लखनऊ: उत्तर प्रदेश नवीकरणीय ऊर्जा एवं सौर एक्सपो 2025 (Uttar Pradesh Renewable Energy & Solar Expo 2025) का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस अवसर पर इंडो-अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स (Indo-American Chamber of Commerce) के चेयरमैन श्री मुकेश सिंह (Mukesh Singh) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने मेले का उद्घाटन करते हुए कहा, भारत सौर ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर है और ऐसे आयोजन देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मजबूत करते हैं।
2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य
भारत में सौर ऊर्जा का भविष्य बेहद उज्जवल नजर आ रहा है। देश ने 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें सौर ऊर्जा की प्रमुख भूमिका है। सरकार की ओर से सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें पीएम-कुसुम योजना (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) और रूफटॉप सोलर सब्सिडी प्रमुख हैं।
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रूफटॉप सोलर सिस्टम्स की बढ़ती लोकप्रियता
रूफटॉप सोलर सिस्टम्स यानी छत पर लगने वाले सौर पैनल अब आम जनता के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। ये सिस्टम छत की खाली जगह का उपयोग कर ऊर्जा का विकेन्द्रीकृत समाधान प्रदान करते हैं, जिससे बिजली की बचत और पर्यावरण संरक्षण दोनों संभव हो पाते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती सौर ऊर्जा की मांग
भारत में सौर ऊर्जा की स्थापना दर में तेज़ी देखी जा रही है। इसका प्रमुख कारण ग्रामीण क्षेत्रों में विश्वसनीय ऊर्जा की जरूरत और लोगों में पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता है। सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और दीर्घकालिक समाधान के रूप में उभर रही है।