शहर के पास के इलाके दुर्गाकुंड से बुधवार रात एक सनसनीखेज मामला सामने आया, जिसने न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए बल्कि आमजन की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है। ब्रह्मानंद नगर कॉलोनी में दरोगा की बेटी से छेड़खानी करने वाले मनचलों ने विरोध करने पर एलआईयू में तैनात इंस्पेक्टर विनय मोहन पाठक और उनके बेटे पर हमला कर दिया। सिर पर ईंट लगने से दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना रात करीब 10:45 बजे की है जब विनय मोहन पाठक एक पारिवारिक कार्यक्रम से लौट रहे थे। उनकी बेटी स्कूटी से और वे खुद बाइक पर बेटे के साथ पीछे-पीछे आ रहे थे। जैसे ही ब्रह्मानंदनगर कॉलोनी स्थित एल-वन कोचिंग के पास उनकी बेटी पहुंची, एक युवक ने स्कूटी रोक दी। विरोध करने पर दो अन्य युवक भी वहां आ कर धमकी और मारपीट शुरू कर दी। एक ने ईंट से हमला कर दिया, जिससे विनय मोहन का सिर फट गया।
Also Read-योगी सरकार के कार्यकाल में दलहन उत्पादन में रिकॉर्ड 36 फीसदी की बढ़ोतरी
स्थानीय लोगों ने बचाई जान, एक आरोपी गिरफ्तार
शोरगुल सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और हमलावरों में से एक को पकड़ लिया। लोगों ने उसकी जमकर पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़ा गया आरोपी बिहार के नवादा जिले के दौलतपुर का दीपक कुमार निकला, जो फिलहाल कबीरनगर, दुर्गाकुंड में रहता है । दो अन्य हमलावर मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है।
भेलूपुर पुलिस ने दर्ज किया केस, तलाश जारी
पीड़ित इंस्पेक्टर की तहरीर पर भेलूपुर थाने में आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने पकड़े गए युवक से पूछताछ शुरू कर दी है, वहीं फरार आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
छात्राओं से छेड़छाड़ और मनचलों का आतंक
दुर्गाकुंड क्षेत्र में कई कोचिंग संस्थान और नामी कॉन्वेंट स्कूल हैं, जहां हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ाई के लिए आते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कबीरनगर, ब्रह्मानंदनगर और आसपास की कॉलोनियों में मनचलों का आतंक दिन बा दिन बढ़ता जा रहा है। छात्राओं से छेड़खानी, लड़कों में आपस में मारपीट, पैसे लूटना, मोबाइल और चेन स्नैचिंग आम बात हो गया है।
इसके बावजूद, दुर्गा मंदिर के पास स्थित पुलिस चौकी और नगर निगम कार्यालय होते हुए भी न तो अवैध स्टॉलों पर कार्रवाई होती है, न ही इन मनचलों पर सख्ती दिखाई देती है। खाने-पीने के स्टॉलों पर देर रात तक इन मनचलों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे छात्र-छात्राओं और आम लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है।
Input-Ram Krishna Shukla