वाराणसी जिले में तैनात DCP विक्रांत वीर पर अब कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है. दरअसल, व्हाट्सएप मैसेज फॉरवर्ड करने के मामले में अब पुलिस कमिश्नर सतीश ए गणेश DCP से स्पष्टीकरण माँगा है. इसके साथ ही सीपी ने ये साफ़ तौर पर कह दिया है कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त करने वाली नहीं है. सीपी ने अन्य पुलिस अफसरों को साफ निर्देश दे दिए हैं कि कोई भी ऐसी चूक न होने पाए जिससे विभाग पर सवाल उठें. बताया जा रहा है कि पूरे मामले पर यूपी के आला अधिकारी भी खासे नाराज हैं.
सीपी ने कहा ये
जानकारी के मुताबिक, वायरल चैट के मामले में पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि किसी भी लोकसेवक को पब्लिक प्लेटफॉर्म पर सतर्क रहना चाहिए. अपने आचरण, व्यवहार और कृत्य को लेकर सजगता बरतने के साथ पुलिस बल की गरिमा के अनुसार सदैव अनुशासित रहना चाहिए. विक्रांत वीर के मोबाइल से व्हाट्सऐप ग्रुप पर मैसेज क्यों फॉरवर्ड हुए, इस संबंध में उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया है. स्पष्टीकरण के बाद इस संबंध में आगे का निर्णय लिया जाएगा. इसके साथ ही कमिश्नरेट के अफसरों और कर्मचारियों को ताकीद की गई है कि भविष्य में उनसे ऐसी कोई चूक न हो जो उनके साथ ही विभाग की किरकिरी का कारण बने.
ये थे मैसेज
गौरतलब है कि आईपीएस विक्रांत वीर के व्हाट्सएप नंबर से रात 12.56 बजे सात मैसेज डाले गए और कुछ ही मिनट में दो मैसेज डिलीट कर दिए गए. फारवर्ड पांच मैसेज में पुलिस कमिश्नर, एडीजी लॉ एंड आर्डर और डीजीपी तक का जिक्र है. इसमें प्रपोजल से लेकर फटकार तक की बात लिखी हुई है. फॉरवर्ड मैसेज में दो मैसेज डीसीपी विक्रांत वीर ने डिलीट भी किए और बाद में ग्रुप से लेफ्ट हो गए.
मैसेज में कहा गया था, ‘एडीजी लॉ एंड आर्डर को कहीं सीपी या अन्य ब्रांच में भेजो, ये इधर उधर बहुत कर रहा है. संजय प्रसाद, एसपी गोयल सबके सामने मुकुल गोयल एंड एडीजी लॉ एंड आर्डर को फटकार, एसीएस खाली हाथ आए.’ इस तरफ के मैसेज आते ही ग्रुप में हड़कंप मच गया., इस व्हाट्सएप ग्रुप में कई आईपीएस अफसरों के साथ साथ कई पत्रकार भी जुड़े हुए थे. जिसके वजह से तत्काल ही मैसेज का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा.
गलती का एहसास होते ही आईपीएस विक्रांत ने ग्रुप में दो मैसेज लिखे. पहले में मैसेज में इसे बेटी के कारण गलती से फारवर्डेड बताया. उन्होंने लिखा कि ‘इस नंबर से इस ग्रुप पर मेरी बिटिया के द्वारा खेलते समय कुछ मैसेजेज जो पूरी तरह से असत्य हैं, गलती से चले गए हैं. इनका पूरी तरह से खंडन है और इसका किसी भी प्रकार से सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है. यह एक छोटी बच्ची का बचपना समझा जाए और इसे पूरी तरह से निराधार माना जाए. धन्यवाद… जय हिंद…. आईपीएस ने फिर कुछ देर बाद लिखा कि किसी शरारती तत्व ने मेरे मोबाइल पर यह मैसेज भेजे, जो गलती से मेरी बिटिया के द्वारा फॉरवर्ड हो गए हैं.
कैन्ह हैं आईपीएस विक्रांत
प्रदेश के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के बीच आईपीएस विक्रांत वीर और उनके मोबाइल से फारवर्ड हुए मैसेज चर्चा का विषय बने हुए हैं. सबकी जुबान पर एक ही सवाल है कि आखिरकार उन्हें इस तरह के मैसेज भेजने वाला कौन है? डीसीपी विक्रांत वीर हाथरस कांड के ससमय जिले एसपी थे. इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. करीब पांच महीने का निलंबन झेलने के बाद बहाल होने पर उनकी तैनाती वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त के पद पर हुई थी. अब चाट वायरल होने पर रिटायर्ड आईपीएस ने भी पुलिस पर का सहारा लेते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है.
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