आईटीएम गीडा गोरखपुर में CIST-2025 के दूसरे दिन तकनीकी नवाचारों पर केंद्रित विविध सत्रों का आयोजन

मुकेश कुमार, ब्यूरो चीफ़ पूर्वांचल। इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट,गीडा, गोरखपुर तथा इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स – इंडिया, लोकल चैप्टर गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी “कॉन्फ्रेंस ऑन इनोवेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीआईएसटी -2025)” के दूसरे दिन का शुभारंभ विभिन्न विभागों में एक साथ आयोजित तकनीकी सत्रों के साथ हुआ।

प्रारंभिक सत्रों में डॉ. रोहित कमल चटर्जी (बीआईटी मेसरा) ने “बेज़ियन निर्णय सिद्धांत” विषय पर गहन और विश्लेषणात्मक व्याख्यान दिया। इसके साथ ही, आई आई टी पटना के डॉ. राहुल मिश्रा ने “मशीन लर्निंग एट द एज: इंटरनेट ऑफ थिंग्स में क्रांति” विषय पर ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित किया। वरिष्ठ संरचना अभियंता इंजीनियर नीरज गौतम ने “युवा पेशेवरों के रूप में करियर की दिशा कैसे तय करें?” विषय पर विद्यार्थियों से संवाद किया।

आईआईआईटीएम, ग्वालियर से आए डॉ. विनय सिंह ने “स्टार्टअप युग में सतत परिपत्र आपूर्ति श्रृंखला और क्वालिटी 5.0” पर प्रबंधन विभाग के विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी दी। वहीं, ज़ुवेंटस हेल्थकेयर लिमिटेड, मुंबई से श्री दीपक कुमार वर्मा ने फार्मेसी के विद्यार्थियों को “डिज़ाइन योर करियर” विषय पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
इसके उपरांत, डॉ. मनोज कुमार सिंह द्वारा सीएसई,बीसीए और एमसीए विद्यार्थियों के लिए “कंटेंट आधारित इमेज रिट्रीवल” पर सत्र आयोजित किया गया।

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दोपहर के तकनीकी सत्रों में प्रो. डी. एस. कुशवाहा (एमएनएनआईटी, प्रयागराज) ने “स्केलेबल सिस्टम्स“, सुश्री सुरभि श्रीवास्तव (नोवर्तिस, हैदराबाद) ने “सतत जीवनशैली एवं जल संरक्षण“, डॉ. प्रकाश रंजन (ट्रिपल आईटी भागलपुर) ने “नेचर इंस्पायर्ड ऑप्टिमाइजेशन एल्गोरिद्म“, प्रो. नीरज कुमार सिंह ( सीएसजेएमयू, कानपुर) ने “डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन इन बिजनेस” विषय पर प्रबंधन के छात्रों एवं फार्मेसी विभाग के छात्रों के लिए डॉ. पवन गौतम (गवर्नमेंट फार्मेसी कॉलेज, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर) ने “फार्माकोविजिलेंस इन इंडिया” विषय पर महत्वपूर्ण समसामयिक विषयों पर विचार प्रस्तुत किए। फार्मेसी विभाग में प्रो. रंजन दीक्षित (माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज, सिद्धार्थनगर) ने “डायबिटीज़ मेलिटस” पर व्याख्यान दिया।

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इसी क्रम में प्रबंधन विभाग में शोधपत्र प्रस्तुतियाँ तथा कंप्यूटर विज्ञान भवन में पोस्टर प्रजेंटेशन का आयोजन भी सफलता के साथ सम्पन्न हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की।
समापन सत्र में प्रो. गौरव बर्नवाल (बीएचयू, वाराणसी) ने “ब्लॉकचेन माइनिंग“, प्रो. वी. के. द्विवेदी (एमएमएमयूटी, गोरखपुर) ने “रोजगार योग्यता” तथा डॉ. मुराद अली (वीबीएसपीयू जौनपुर) ने “एमएसएमई और आत्मनिर्भर भारत” पर आधारित व्याख्यान दिए। फार्मेसी विभाग में प्रो. मोनिका दीक्षित ने “न्यूरोएनाटॉमी” विषय को सरलता से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक एवं इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स – इंडिया, गोरखपुर लोकल चैप्टर के अध्यक्ष
डॉ. एन. के. सिंह ने कहा—
“सीआईएसटी -2025 के इस दूसरे दिन ने न केवल नवाचार और तकनीकी ज्ञान का संचार किया, बल्कि विद्यार्थियों में अनुसंधान, नेतृत्व और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को भी प्रबल किया है। ऐसे कार्यक्रम संस्थान की वैज्ञानिक चेतना को सशक्त करते हैं। मैं सभी आमंत्रित वक्ताओं, प्रतिभागी छात्रों, आयोजक टीम और शिक्षकों का हृदय से आभार प्रकट करता हूँ और भविष्य में भी ऐसे आयोजन होते रहें, इसकी कामना करता हूँ।”

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इस अवसर पर संयुक्त सचिव श्री अनुज अग्रवाल, फार्मेसी निदेशक डॉ. पी. डी. पांडा, इं पवनेश कुमार, इं अमित कुमार, डॉ. आर. पी. सिंह, डॉ. वीरेंद्र श्रीवास्तव, डॉ. कृष्ण कुमार, डॉ. मनोज कुमार मिश्रा,डॉ ए आर त्रिपाठी, डॉ आर एल श्रीवास्तव,निधि गुप्ता,डॉ एस के पाण्डेय, डॉ खालिद हसन, डॉ संत प्रसाद, डॉ निवेदिता लाल,डॉ.आशुतोष गुप्ता, डॉ. आशुतोष राव, डॉ अलका श्रीवास्तव,विनीत राय, दीप्ति ओझा, श्वेता सिंह,शालिनी सिंह, ए के सिन्हा सहित संस्थान के समस्त शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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