नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) टिप्पणी मामले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार आरोपियों को कड़ा संदेश देने की तैयारी में है. सरकार आरोपियों से सार्वजनिक और सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान के लिए हर्जाना वसूलने जा रही है. इसक लिए जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने विभिन्न सरकारी विभागों से नुकसान का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है. विभागों को पत्र भेजकर नुकसान का ब्योरा देने को कहा गया है. जनता से अनाउंसमेंट कर आगे आने और हुए नुकसान की जानकारी देने को कहा गया है. राज्य सरकार एक नए कानून, उत्तर प्रदेश सार्वजनिक और निजी संपत्ति के नुकसान की वसूली अधिनियम, 2020 के तहत वसूली करेगी.
40 लाख रूपए नुकसान का हर्जाना वसूलेगी सरकार
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पिछले दिनों हुई हिंसा में शामिल लोगों से वसूली की जाएगी. सूत्रों के अनुसार पुलिस और नगर निगम समेत कुछ सरकारी विभागों ने हिंसा में हुए सरकार सम्पत्ति के नुकसान का विवरण पत्र में लिखकर प्रयागराज जिला प्रशासन को भेजा है. जिसके मुताबिक, उसका कुल अनुमान करीब 40 लाख रुपए के आसपास है. प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार खत्री ने कहा कि कुछ विभागों ने अभी तक अपने नुकसान का विवरण प्रस्तुत नहीं किया है. जल्द ही उनसे विवरण प्राप्त किया जाएगा। इसके लिए सभी संबंधित विभागों को नोटिस जारी किए गए थे. बता दें कि जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने एक ट्रिब्यूनल का रुख करने का फैसला किया है, जिसमें अनुरोध किया गया है कि कथित रूप से नुकसान में शामिल आरोपियों को वसूली नोटिस जारी किया जाए.
अब तक 357 उपद्रवी गिरफ्तार
बता दें कि बीजेपी से निलंबित पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के बयान को लेकर यूपी में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद अलग-अलग शहरों में बवाल और पत्थरबाजी हुई थी. इसके बाद से ही यूपी पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर लगातार गिरफ्तारी कर रही है. इस मामले में अब तक कुल 357 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. 16 जून सुबह 7 बजे तक इस मामले में कुल 357 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनमें से प्रयागराज (Prayagraj) से 97, सहारनपुर (Saharanpur) से 85, हाथरस (Hathras) से 55, मुरादाबाद (Moradabad) से 40, फिरोजाबाद (Firozabad) से 20 और अंबेडकरनगर से 41 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )