लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रविवार को विश्व हिंदू रक्षा परिषद (Vishwa Hindu Raksha Parishad) की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि महासम्मेलन में कई अहम प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने और विश्व गुरु के रूप में प्रतिष्ठित करने का संकल्प प्रमुख रहा। इसके साथ ही परिषद ने आगामी 22 जून को पश्चिम बंगाल में एक बड़ा सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा भी की।
हिंदू समाज सभी वर्गों की भलाई का पक्षधर: ब्रजेश पाठक
महासम्मेलन में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हिंदू समाज सर्वसमावेशी है और सभी समुदायों की भलाई के लिए कार्य करता है। उन्होंने यह भी कहा कि समाज को संगठित कर एकजुटता की दिशा में प्रयास करना जरूरी है।
देश को विश्व गुरु बनाना हमारा संकल्प: गोपाल राय
परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए भारत को विश्व गुरु बनाने और हिंदू राष्ट्र घोषित करने के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन न केवल संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक है बल्कि वैचारिक दिशा भी तय करता है।
राम मंदिर के बाद अगला लक्ष्य
पूर्व सांसद और संत राम विलास वेदांती ने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही यह तय हो गया था कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण और देश को हिंदू राष्ट्र बनाना अब रुकने वाला नहीं है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A के हटाए जाने को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि अब अगला लक्ष्य पीओके को भारत में मिलाना होना चाहिए।
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बलूचिस्तान के मुसलमान भी भारत के साथ जुड़ना चाहते हैं
वेदांती ने यह भी दावा किया कि बलूचिस्तान के मुसलमान भारत में शामिल होने को उत्सुक हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से कड़ा रुख अपनाने की मांग की, ताकि भविष्य में पहलगाम जैसी घटनाएं दोहराई न जाएं।
हिंदू समाज को एकजुट होने की जरूरत
हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि यह महासम्मेलन हिंदू समाज की एकजुटता का प्रतीक है और समाज को नई दिशा देगा। वहीं जगतगुरु आचार्य देव मुरारी बापू ने कहा कि अब हिंदू समाज संगठित हो चुका है और देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने में कोई बाधा नहीं है।