Whatsapp भारत में बंद कर सकती है बिजनेस, कंपनी ने लगाया पेमेंट सेवा पर भेदभाव का आरोप

भारत में सोशल मैसेजिंग एप व्हाट्सएप अपने बिजनेस को बंद कर सकता है। कंपनी ने सरकार पर उसकी पेमेंट सेवा को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। कंपनी ने तर्क दिया है कि सरकार गूगल और अन्य कंपनियों की पेमेंट सेवा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ऐसा कर रही है। व्हाट्सएप से सरकार का विवाद फर्जी संदेशों को लेकर के बढ़ गया है। सरकार ने व्हाट्सएप से कहा है कि वो फर्जी संदेशों पर लगाम लगाने के लिए अपनी तकनीक में बदलाव करे, जिससे ऐसे लोगों को पकड़ा जा सके। यह करने के बाद ही कंपनी को अपनी पेमेंट सेवा शुरू करने की इजाजत दी जा सकती है।

 

सरकार ने व्हाट्सएप से कहा है कि वो अपने सर्वर देश में स्थापित करे। इसके लिए कंपनी अपनी तरफ से आंशिक तौर पर तैयार भी हो गई है, लेकिन सरकार का कहना है कि वो पूरी तरह से भारत में ही अपने सर्वर को स्थापित करे। व्हाट्सएप ने सरकार से कहा है कि वो किसी भी संदेश को पकड़ नहीं सकते हैं कि वो कहां से चला है। इसके लिए उसे अपने इनक्रिप्शन पॉलिसी में बदलाव करना पड़ेगा जो कि फिलहाल संभव नहीं है। व्हाट्सएप किसी भी सूरत में अपनी इस प्राइवेसी पॉलिसी पर भी असर पड़ेगा।

 

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अगर इस तरह का नियम लागू करने की सरकार कोशिश करती है तो उसे भारत से अपना व्यापार समेटना पड़ सकता है। व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह का साफ्टवेयर बनाने से एक किनारे से दूसरे किनारे तक कूटभाषा प्रभावित होगी और व्हाट्सएप की निजी प्रकृति पर भी असर पड़ेगा। ऐसा करने से इसके दुरुपयोग की और संभावना पैदा होगी। हम निजता संरक्षण को कमजोर नहीं करेंगे।

 

उन्होंने कहा कि लोग व्हाट्सएप के जरिए सभी प्रकार की संवेदनशील सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए निर्भर है। चाहे वह उनके चिकित्सक हों, बैंक या परिवार के सदस्य हों। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमारा ध्यान भारत में दूसरों के साथ मिलकर काम करने और लोगों को गलत सूचना के बारे में शिक्षित करने पर है। इसके जरिए हम लोगों को सुरक्षित रखना चाहते हैं।’’

 

पिछले कुछ माह के दौरान व्हाट्सएप के मंच से कई फर्जी सूचनाओं का प्रसार हुआ है जिससे भारत में भीड़ की पिटाई से लोगों की हत्या की घटनाएं हुई हैं। इसको लेकर कंपनी आलोचनाओं का सामना कर रही है। व्हाट्सएप ने केंद्र सरकार को भरोसा दिलाया है कि भारतीय कानून का पूरी तरह से पालन करेगा। कंपनी ने यह भी कहा है कि देश में व्यापक नेटवर्क के मद्देनजर वह आम जनता की शिकायत पर कदम उठाने के लिए अधिकारी की नियुक्ति करेगा। वह कानून के मुताबिक समय पर विभिन्न मुद्दों को निपटाएगा।

 

इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक व्हाट्सएप ने सरकार को सूचित किया है कि वह विभिन्न स्तरों पर हिंसा फैलाने वाले फर्जी संदेशों के खिलाफ कदम उठा रहा है। हाल ही में व्हाट्सएप के सीईओ ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की थी।मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक व्हाट्सएप ने मंत्री द्वारा मुलाकात के दौरान उठाए गए विषयों पर जवाब दिया है। इसमें कहा गया है कि वह लगातार तकनीकी नवोन्मेष के जरिये बड़े पैमाने पर फैलाए जा रहे हिंसा भड़काने वाले संदेशों पर रोक लगाएगा। इससे पहले मंत्रालय ने हिंसा भड़काने वाले संदेशों पर रोक लगाने के मामले में व्हाट्सएप को दो नोटिस जारी किए थे।

 

भारत में व्हाट्सएप के 20 करोड़ से ज्यादा सक्रिय यूजर्स हैं। ऐसे में व्हाट्सएप के लिए दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है, क्योंकि पूरी दुनिया में व्हाट्सएप के 150 करोड़ यूजर्स हैं। व्हाट्सएप जल्द ही भारत में यूपीआई आधारित पेमेंट सर्विस लांच करने वाला है। इसकी टेस्टिंग भी चल रही है, लेकिन इससे ठीक पहले व्हाट्सएप फेक न्यूज को लेकर विवाद में आ गया है।

 

फेक न्यूज को रोकने के लिए सरकार ने व्हाट्एप को चेतावनी भी दी है कि अगर वह अपने प्लेटफॉर्म पर फर्जी खबरों को रोकने में नाकाम होता है तो उसे भारत में बैन भी किया जा सकता है। बता दें कि साल 2014 में फेसबुक ने व्हाट्सएप को 19 बिलियन डॉलर में खरीदा था।

 

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