उत्तर प्रदेश पुलिस आये दिन चर्चा का विषय बनी रहती है. ताजा मामला एक व्हाट्सएप चैट का है, जिसने देर रात पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया. दरअसल, वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी वरुणा जोन विक्रांत वीर के पर्सनल व्हाट्सएप नंबर से सोमवार आधी रात के बाद एक ग्रुप पर एक मिनट में ही पांच मैसेज फारवर्ड किए तगाये. जिसमे एडीजी प्रशांत कुमार के साथ साथ कई आईपीएस अफसरों का जिक्र था. जिसके चलते डीजीपी ऑफिस तक में खलबली मच गयी. इन मैसेज के स्क्रीनशॉट के साथ रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये हैं.
मैसेज में था ये
जानकारी के मुताबिक, आईपीएस विक्रांत वीर के व्हाट्सएप नंबर से रात 12.56 बजे सात मैसेज डाले गए और कुछ ही मिनट में दो मैसेज डिलीट कर दिए गए. फारवर्ड पांच मैसेज में पुलिस कमिश्नर, एडीजी लॉ एंड आर्डर और डीजीपी तक का जिक्र है. इसमें प्रपोजल से लेकर फटकार तक की बात लिखी हुई है. फॉरवर्ड मैसेज में दो मैसेज डीसीपी विक्रांत वीर ने डिलीट भी किए और बाद में ग्रुप से लेफ्ट हो गए.
मैसेज में कहा गया था, ‘एडीजी लॉ एंड आर्डर को कहीं सीपी या अन्य ब्रांच में भेजो, ये इधर उधर बहुत कर रहा है. संजय प्रसाद, एसपी गोयल सबके सामने मुकुल गोयल एंड एडीजी लॉ एंड आर्डर को फटकार, एसीएस खाली हाथ आए.’ इस तरफ के मैसेज आते ही ग्रुप में हड़कंप मच गया., इस व्हाट्सएप ग्रुप में कई आईपीएस अफसरों के साथ साथ कई पत्रकार भी जुड़े हुए थे. जिसके वजह से तत्काल ही मैसेज का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा.
गलती का एहसास होते ही आईपीएस विक्रांत ने ग्रुप में दो मैसेज लिखे. पहले में मैसेज में इसे बेटी के कारण गलती से फारवर्डेड बताया. उन्होंने लिखा कि ‘इस नंबर से इस ग्रुप पर मेरी बिटिया के द्वारा खेलते समय कुछ मैसेजेज जो पूरी तरह से असत्य हैं, गलती से चले गए हैं. इनका पूरी तरह से खंडन है और इसका किसी भी प्रकार से सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है. यह एक छोटी बच्ची का बचपना समझा जाए और इसे पूरी तरह से निराधार माना जाए. धन्यवाद… जय हिंद…. आईपीएस ने फिर कुछ देर बाद लिखा कि किसी शरारती तत्व ने मेरे मोबाइल पर यह मैसेज भेजे, जो गलती से मेरी बिटिया के द्वारा फॉरवर्ड हो गए हैं.
कौन हैं विक्रांत वीर
बता दें कि डीसीपी विक्रांत वीर हाथरस काण्ड के ससमय जिले एसपी थे. इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. करीब पांच महीने का निलंबन झेलने के बाद बहाल होने पर उनकी तैनाती वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त के पद पर हुई थी. अब चाट वायरल होने पर रिटायर्ड आईपीएस ने भी पुलिस पर का सहारा लेते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है.
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