कोविड मरीजों के लिए यूपी के अस्पतालों में बेड बढ़ोतरी का काम मिशन मोड में जारी है। गम्भीर मरीजों को जरूरत के समय तत्काल बेड मिल सके, ऐसे में योगी सरकार (Yogi Government) का फोकस एल-2 और एल-3 अस्पतालों पर अधिक है। मरीजों की संख्या कम होने के ट्रेंड के बाद भी बेड की संख्या बढ़ाने को लेकर नियोजित प्रयास किये जा रहे है, जिसके तहत, एल-02 व एल-03 श्रेणी के अस्पतालों में एक लाख बेड की क्षमता से लैस करने को लेकर तैयारी चल रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेड आवंटन में पारदर्शिता रखने के साथ ही हर दिन सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को खाली बेड की स्थिति सार्वजनिक करने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद मरीजों को खासी सहूलियत मिली है। वर्तमान स्थिति को देखें तो प्रदेश में एल-2 श्रेणी के 189 सरकारी हॉस्पिटल और 150 सीएचसी हैं, जबकि एल-3 श्रेणी के 20 अस्पताल क्रियाशील हैं।
इसके अलावा 465 निजी अस्पताल कोविड डेडिकेटेड बनाये गए हैं। इन 824 अस्पतालों में केवल आइसोलेशन बेड्स की संख्या ही 60,934 हैं जबकि 17760 बेड आईसीयू अथवा एचडीयू सुविधा वाले हैं। सरकार की कार्ययोजना बेड की इस क्षमता को दोगुनी करने की है, इसके तहत, अब एल-1 श्रेणी के अस्पतालों में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा देते हुए इन्हें एल-2 में उच्चीकृत करने की है।
बता दें कि एल-1 श्रेणी में 01 लाख 16 हजार बेड हैं और इनकी संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऑक्सीजन की हर दिन बेहतर होती आपूर्ति के चलते यह कार्य अगले सात से 10 दिनों में पूरा होने के आसार हैं। सचिव स्तर के एक अधिकारी को केवल बेड बढ़ोतरी के काम पर ही तैनात किया गया है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )