उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने छुट्टा आवारा पशुओं को लेकर सोमवार को बड़ा एलान किया है. छुट्टा पशुओं से लोगों को निजात दिलाने के लिए सरकार ने पूरे प्रदेश में गोशाला खोलने के लिए 160 करोड़ रुपये जारी किये हैं, वहीँ प्रत्येक नगर निगम को 10-10 करोड़ दिए. नगर पालिकाओं में भी गोशालाएं खोली जायेंगी उसके लिए भी धन की व्यवस्था की जायेगी. वहीँ अगर इसके बावजूद भी जिले में छुट्टा पशु टहलते दिखे तो उसके लिए जिलाधिकारी खुद जिम्मेदार होंगे.
Also Read: प्रसपा में शामिल हुईं कवयित्री अनामिका अंबर, शिवपाल बोले- जहां से चाहें, वहां से लड़ लें
इसमें वे पशु आयेंगे जिनके पास रहने के लिए नहीं है और खाने के लिए चारा नहीं है. जिलाधिकारी को सीधे तौर पर जिम्मेदारी दी गयी है. उनसे कहा गया है कि इसे लेकर अभियान चलायें. इसके लिए नोडल अफसर नगर विकास विभाग को बनाया गया है.इसकी जिम्मेदारी उसके प्रमुख सचिव पूरे प्रदेश में देखेंगे.
Also Read: जौनपुर: ईसाई मिशनरी का भंडाफोड़, लालच और धोखे से गरीबों का करा रहे थे धर्म परिवर्तन
बता दें कि योगी सरकार के गोकशी और अवैध बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगाने के बाद प्रदेश में आवारा- छुट्टा पशुओं की भरमार हो गयी है. आये दिन सड़क दुर्घटना के लिए यही आवारा पशु जिम्मेदार पाए जाते हैं. वहीँ हाल ही में बीजेपी की विधायक दल की बैठक में में भी छुट्टा पशुओं का मुद्दा बेहद गर्मजोशी से उठाया गया.
Also Read: बाराबंकी: गोतस्कारों ने पुलिस टीम पर चढ़ाई गाड़ी, दरोगा सहित होमगार्ड गंभीर रूप से घायल
विधायकों ने बैठक में कहा कि छुट्टा पशुओं से किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं, जिससे किसान आये दिन उनके बाद फरियाद लेकर आते हैं. यही नहीं ये छुट्टा पशु हाइवे पर अक्सर वाहनों से टकरा जाते हैं, जिससे बड़ी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.
Also Read: आजम खान ने हिन्दू संगठनों को बताया ‘कुत्ता’, नसीरुद्दीन शाह पर बोले- उन्होंने क्या गलत कह दिया