रोजी-रोटी के बाद अब प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए ‘मिशन प्रेरणा’ लाई योगी सरकार

कोरोना महामारी की वजह से अलग-अलग राज्यों से लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिक वापस उत्तर प्रदेश लौटे हैं। योगी सरकार ने इन प्रवासी श्रमिकों को भोजन के साथ ही रोजगार की व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिए। लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन श्रमिकों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने की दिशा में काम कर रहे हैं। यही वजह है कि प्रदेश सरकार इन बच्चों के लिए मिशन प्रेरणा योजना (Mission Prerna Yojana) लेकर आई है, जिसके तहत इनका स्कूलों में एडमिशन कराया जाएगा और बेहतर शिक्षा प्रदान की जाएगी।


बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त के निर्देश पर शिक्षा विभाग के अधिकारी इन दिनों सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन प्रेरणा योजना के तहत प्रवासी श्रमिकों के घर-घर जाकर उनकी पूरी जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। योगी सरकार की मिशन प्रेरणा योजना में हर बच्चे को शिक्षित किया जाएगा।


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इस योजना को जमीन पर लाने के लिए सरकार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह गांव-गांव जाकर प्रत्येक बच्ची की पूरी जानकारी लेने के साथ ही उसे मुफ्त में बेहतर शिक्षा देने की जिम्मेदारी उठाएं। इसी क्रम में शिक्षा विभाग की टीम बुधवार को अकबरपुर तहसील क्षेत्र पहुंची, जहां सात गांवों में घूम-घूमकर प्रवासी श्रमिकों की पूरी जानकारी इकट्ठा की गई।


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इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों से कहा कि सरकार द्वारा योजना के तहत उनके बच्चों के पास या अभिभावकों के पास यदि कोई आधार कार्ड नहीं है तो भी बिना किसी शर्त के उनके बच्चे को योजना के तहत मुफ्त बेहतर शिक्षा दी जाएगी। शिक्षा अधिकारियों की यह बात सुनते ही श्रमिकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इन श्रमिकों ने योगी सरकार को धन्यवाद दिया हैं।


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