उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) अब महिला सुरक्षा को लेकर और सख्त कदम उठाने को तैयार है. दरअसल, पुलिस विभाग को अब 149 नयी महिला सिपाही मिल गयीं हैं. प्रयागराज पुलिस लाइन (Prayagraj Police Line) में इन महिला सिपाहियों का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया था, जहां 149 महिला सिपाहियों ने शानदार परेड की और इसकी सलामी एडीजी जोन प्रेम प्रकाश और डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने ली. वहीँ दूसरी तरफ 2013 भर्ती पर लगे स्टे पर सुप्रीम कोर्ट से राहत के बाद उनकी ट्रेनिंग पूरी कराई गई और आखिर में 8 साल के लंबे इंतजार के बाद गुरुवार को उन्होंने वर्दी पहनने का गौरव मिला.
कई जिलों में हो रही थी ट्रेनिंग
जानकारी के मुताबिक, इन सिपाहियों की अलग जिलों में ट्रेनिंग हो रही थी. प्रयागराज की पुलिस लाइन में 164 महिला सिपाही भेजी गई थीं, जिनमें 149 ने फाइनल एग्जाम में हिस्सा लिया और ट्रेनिंग पूरी की. पुलिस लाइन में चल रहे प्रशिक्षण के बाद गुरुवार सुबह पासिंग आउट परेड में महिला रंगरूटों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. परेड की सलामी एडीजी जोन प्रेम प्रकाश और डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने ली.
वहीँ बता दें कि 206 रंगरूट, जो पूर्वांचल से आए थे, उनका आवंटन चतुर्थ वाहिनी पीएसी धूमनगंज में हुआ था. इनमें से 192 सिपाहियों ने ट्रेनिंग पूरी की और पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया. रंगरूट द्वारा प्रदर्शित की गई इस परेड की सलामी आईजी पीएसी बीआर मीणा ने ली. इसके बाद ट्रेनिंग में टॉप करने वाले कैंडिडेट को सम्मानित किया गया.
2013 बैच के हैं कैंडिडेट्स
गौरतलब है कि साल 2013 में सिपाही की भर्ती करने के लिए आवेदन मांगे थे. लेकिन उस समय एग्जाम में गड़बड़ी होने की वजह से शासन ने रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी थी. उस दौरान कैंडिडेट्स ने रोक के खिलाफ आवाज उठाई थी और कोर्ट से मदद मांगी थी. यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा. जिसके बाद क्लीन चिट मिलने पर भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए इन सभी की ट्रेनिंग कराई गयी.
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