उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में बीते सोमवार को दारोगा सत्यवीर सिंह त्यागी ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस दौरान दारोगा सत्यवीर सिंह त्यागी के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया। जिसमें मालखाने से बड़ी रकम गायब होने का जिक्र किया गया। अब इस मामले जांच के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। जिसके बाद दारोगा सत्यवीर सिंह का क्वार्टर भी सील कर दिया गया है।
मालखाने में रखे माल के पुलिंदों की सील तोड़कर निकाली गई करेंसी
मृतक दारोगा सत्यवीर सिंह त्यागी के सुसाइड नोट में थाना बारादरी के मालखाने से नोटबंदी के दौरान जब्त किए गए पांच सौ और हजार के नोट और जुए-सट्टे के मामलों में पकड़े गए कैश के ही गायब होने का जिक्र है। जानकारी के मुताबिक, मालखाने में साल 2011 से 2017 के बीच 800 से ज्यादा माल के पुलिंदे जमा किए गए थे।
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ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि होमगार्ड वेद प्रकाश ने यहां रखे कीमती माल पर हाथ साफ कर दिया हो। यही वजह है कि मालखाने के चार कमरों को सील करवा दिया गया है। वहीं, डीएम और एसएसपी की ओर से एक समिति गठित की गई है, जो इन कमरों को खोलकर वहां से क्या-क्या चीजें गायब हुईं, उसकी जांच करेगी। सीओ थर्ड अशोक कुमार मीना ने बताया कि डीएम के स्तर से गठित होने वाली समिति में उनके अतिरिक्त एडीएम सिटी होने चाहिए। समिति के गठन के लिए एसएसपी कार्यालय से रिपोर्ट डीएम कार्यालय भेजी गई है।
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सूत्रों ने बताया है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि माल के कई पुलिंदो की सील तोड़कर उनमें रखी करेंसी निकाल ली गई और उसकी जगह पर नकली नोट या अखबार के कतरन रखकर उन पर दोबारा सील लगा दी गई ताकि इस गड़बड़ी का किसी को पता न चल पाए। हालांकि, यह गड़बड़ी ज्यादा देर तक छिप नहीं सकी क्योंकि जल्दबाजी की वजह से माल के पुलिंदों पर ठीक से सील नहीं लग पाई थी।
मालखाने के कमरों में घंटों तक बैठे रहते थे दारोगा
सूत्रों का कहना है कि इन पुलिंदो की सील टूटी मिलने के बाद ही दरोगा सत्यवीर सिंह त्यागी को माल गायब होने का शक हुआ था। वहीं, थाने के स्टाफ ने बताया कि सत्यवीर कई दिनों से रोजाना कई-कई घंटे मालखाने के कमरों में ही बिताने लगे थे। हेड मोहर्रिर बलराम के मुताबिक स्टाफ को यही लगता था कि वह माल की गिनती में मशगूल हैं।
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जानकारी के मुताबिक, यहां के मालखाने में 2011 से जुलाई 2017 के बीच करीब 800 माल जमा कराए गए हैं। कुछ समय पहले ही थाना बारादरी के मालखाने की सफाई के दौरान यहां रखे माल को बड़ी मात्रा में सदर मालखाने में भी जमा करा दिया गया थाय़ इसके बावजूद यहां कुल छह कमरों में माल रखा हुआ था, जिसमें से चार कमरों में रखे 800 माल के पुलिंदों की जांच अब डीएम और एसएसपी की ओर से गठित समिति को करनी है।
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