कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच उत्तर प्रदेश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने शनिवार को संजय गांधी पीजाआई लखनऊ को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम योगी ने संजय गांधी पीजीआई में 600 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है, जिसमें इमरजेंसी मेडिसिन व किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर, नर्सेज हॉस्टल, रेजिडेंट हॉस्टल सहित अन्य परियोजाओं भी शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने कोरोना काल में एसजीपीजीआई (SGPGI) के योगदान की जमकर सराहना की।
कोरोना काल में एसजीपीजीआई के योगदान को सराहा
सीएम योगी ने कहा कि एसजीपीजीआई एक ऐसा संस्थान है जिसने कोरोना प्रबंधन में बेहतरीन कार्य किया है, मैं इसके लिए यहां की टीम का हृदय से अभिनंदन करता हूं। आज इसी का परिणाम है कि एसजीपीजीआई अपने गौरवशाली अतीत के साथ-साथ भावी उपलब्धियों पर भी गर्व की अनुभूति कर रहा है। प्रदेशवासी मेडिकल क्षेत्र के ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस’ के रूप में एसजीपीजीआई को देखते हैं।
लखनऊ स्थित SGPGI के विभिन्न विकास लोक-कल्याणकारी कार्यों का लोकार्पण… https://t.co/adMiSjfSJ5
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 8, 2022
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारी कार्रवाई युद्धस्तर पर चल रही है। हम प्रदेश में 59 मेडिकल कॉलेज बनवा चुके हैं। यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। आज कोई मुझसे पूछता है कि पूर्वी यूपी की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या है तो मैं कहता हूं कि हम लोगों ने हजारों बच्चों, जो इंस्पेलाइटिस से पहले मरते थे, उनके जीवन को बचाने का हमने काम किया है। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं पर पिछली सरकारों ने 40 वर्ष से ज्यादा का वक्त लगा दिया, हमने उसे रिकॉर्ड समय में पूरा करके दिखाया है।
प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने में हुए काफी प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां पर मैं एक नई घोषणा करना चाहता हूं। हमारी सरकार संजय गांधी पीजीआइ लखनऊ को 500 करोड़ की लागत से एक एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर भी उपलब्ध कराएगी। सरकार इस कार्यक्रम को एक समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाएगी। यह हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का काफी प्रयास किया गया। आज उसी का परिणाम है कि हम लोगों ने न केवल सीएचसी, पीएचसी बल्कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया। एम्स जैसे दो संस्थान प्रदेश में फंक्शनल हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार SGPGI को ₹500 करोड़ लागत का एक एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर उपलब्ध कराएगी… pic.twitter.com/O7HquTFPnU
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 8, 2022
उन्होंने कहा कि प्रदेश कोरोना संक्रमण काल में काफी प्रभावित रहा। इसमें भी 25 मार्च 2020 से लेकर अब तक कोई दिन ऐसा नहीं रहा होगा जिस दिन मैंने कोविड प्रबंधन के कार्यों की समीक्षा स्वयं न की हो। संजय गांधी पीजीआइ एक ऐसा संस्थान है जिसने कोरोना प्रबंधन में बेहतरीन कार्य किया है, मैं इसके लिए यहां की टीम का हृदय से अभिनंदन करता हूं। आज लोगों की पहली प्राथमिकता संजय गांधी पीजीआइ है। यहां पर आम नागरिक से लेकर वीआइपी तक का इलाज हो रहा है। सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना संक्रमण काल में भी यहां की टीम के बेहतर कार्य करने बधाई है। संजय गांधी पीजीआइ ने कोरोना प्रबंधन में बेहतरीन काम किया। टीम वर्क के साथ कोरोना से जंग जारी है। हमने पहली तथा दूसरी लहर में कोरोना को नियंत्रित किया है। बेहतर कोरोना प्रबंधन से काबू पाया गया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि आज संजय गांधी पीजीआइ में इमरजेंसी मेडिसिन व किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर का लोकार्पण हो रहा है। इसके साथ साथ ही एक नर्सेज हॉस्टल, एक रेजिडेंट हॉस्टल सहित अन्य परियोजाओं का लोकार्पण संपन्न हुआ है। यहां पर 601 करोड़ की लागत वाली योजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास हुआ है।
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