गाजियाबाद जिले के कार्यवाहक एसएसपी मुनिराज जी को अब जिले का स्थाई पुलिस कप्तान बना दिया गया है। एसएसपी पवन कुमार के सस्पेंड होने के बाद उन्होंने जिले की कमान संभाली थी। जिसके बाद से एसएसपी मुनिराज लगातार कानून व्यवस्था संभालने के लिए कुछ न कुछ कदम उठाते नजर आ रहे हैं। जिसके चलते अब उन्हें जिले का स्थायी एसएसपी बना दिया गया है। 2009 बैच के आईपीएस ऑफिसर मुनीराज की गिनती बेहद ईमानदार अफसरों में होती है। गाजियाबाद में आने के बाद उन्होंने पुलिस महकमे में काफी कुछ बदला है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है रोजाना की फुट पेट्रोलिंग। आइए आपको बताते हैं कि जिले में क्या क्या बदलाव हुए हैं।
पवन कुमार के सस्पेंड होने पर मिला था कार्यभार
जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में अस्थायी तौर पर गाजियाबाद SSP के रूप में सेवाएं दे रहे 2009 बैच के IPS ऑफिसर मुनीराज जी. को ही यहां का स्थायी SSP बना दिया गया है। उनसे SP अभिसूचना लखनऊ का प्रभार वापस ले लिया गया है। गाजियाबाद में 28 मार्च को पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से 28 लाख रुपए की लूट के बाद 31 मार्च को मुख्यमंत्री ने तत्कालीन SSP पवन कुमार को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद शासन से DIG एलआर कुमार को गाजियाबाद भेजने का आदेश हुआ, लेकिन स्वास्थ्य कारणों की वजह से वह ज्वाइन नहीं कर पाए।
देर रात जारी हुआ आदेश
जिसके बाद शासन ने 3 अप्रैल को शासन ने लखनऊ में तैनात SP अभिसूचना मुनीराज जी. को गाजियाबाद SSP का अतिरिक्त प्रभार दिया था। गुरुवार देर रात शासन ने मुनीराज जी. को ही गाजियाबाद का स्थायी एसएसपी बना दिया। उनसे एसपी अभिसूचना का प्रभार वापस ले लिया है। इसके अलावा एक और आईपीएस ऑफिसर पलाश बंसल को अलीगढ़ जिले का एसपी देहात बनाया गया है। अभी तक वे एएसपी अयोध्या थे।
पहले भी जिले में तैनात रहे हैं IPS मुनिराज
इससे पहले भी 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी मुनिराज गाजियाबाद में एडिशनल एसपी के तौर पर तैनात रह चुके हैं। मुनिराज मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं और फिलहाल पुलिस हेडक्वार्टर के चुनाव सेल में तैनात थे। चुनाव सेल में तैनाती से पहले इनकी तैनाती आगरा में थी।
माना जाता है कि पिछले साल अक्टूबर में अरुण बाल्मीकि की कस्टोडियल डेथ के मामले में मुनिराज को आगरा से हटा दिया गया था। मुनिराज को एक तेजतर्रार पुलिस अफसर माना जाता है। पुलिस अधीक्षक के तौर पर सबसे पहले इनकी तैनाती पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में थी।