नूपुर शर्मा की डिपी लगाने पर बर्बर हमला, 15 लोगों की भीड़ ने दलित युवक को जमकर पीटा, चेहरे पर थूका, मरा समझकर भागे हमलावर

बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का समर्थन करने वालों पर हमले का सिलसिला रुक ही नहीं रहा है. देश के अलग-अलग शहरों में नूपुर शर्मा का समर्थन करने वालों पर हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र (Maharashtra) के अहमदनगर (Ahmednagar) जिले में रहने वाले दलित युवक प्रतीक पवार (Prateek Pawar) नाम के एक शख्स के ऊपर भी कथित तौर पर नूपुर शर्मा का समर्थन करने की वजह से हमला हुआ है. घटना के सिलसिले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और 4 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है.

घटना 4 अगस्त 2022 की है. महाराष्ट्र के अहमदनगर के कर्जत में इस घटना को अंजाम दिया गया. यह मामला तब सामने आया, जब शनिवार (6 अगस्त 2008) को महाराष्ट्र के बीजेपी विधायक नीतेश राणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हमले के बारे में बताया. राणे के अनुसार प्रतीक को 35 टाँके लगे हैं और जिंदगी की जंग लड़ रहा है. उन्होंने दावा किया कि नूपुर शर्मा का डीपी लगाने के कारण प्रतीक पर हमला हुआ.

क्या है पूरा मामला?
अहमदनगर के कर्जत इलाके में प्रतीक पवार नाम के युवक को 10 से 15 मुस्लिम युवकों ने रोक लिया. आरोपियों के हाथ में हॉकी स्टिक, तलवार और अन्य हथियार थे. प्रतीक को उन्होंने सोशल मीडिया में नूपुर शर्मा की डीपी लगाने और समर्थन करने को लेकर धमकी दी.

मुस्लिम युवकों ने प्रतीक से कहा कि हिंदू होने का तुम बहुत दिखावा कर रहे हो और इसके बाद उस पर हमला कर दिया. प्रतीक बेहोश होकर गिर पड़ा. भीड़ को लगा कि वह मर चुका है तब वे उसे छोड़कर भाग गए. उसे अस्तपाल में भर्ती करवाया गया है. डॉक्टरों ने बताया कि प्रतीक को 35 टांके लगे हैं और पसलियां बुरी तरह से टूट चुकी हैं.

प्रतीक पर हुए इस जानलेवा हमले के बाद FIR दर्ज करवाई गई है. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, घटना के सिलसिले में शाहरुख पठान, सोहेल पठान, निहाल पठान, इलियास शेख, अबरार पठान, अरशद पठान, आकिब सय्यद और 7 अज्ञात लोगों पर आईपीसी की धारा 307 के तहत केस दर्ज किया गया है.

पुलिस ने बताया कि इस मामले में 4 आरोपियों के गिरफ्तार भी किया जा चुका है, और अन्य आरोपियों के गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. प्रतीक के भाई प्रज्योत ने बताया कि उनका भाई हिंदुत्व का समर्थन करता था और इसी के चलते उसने नूपुर शर्मा के समर्थन का स्टैटस लगाया हुआ था. प्रज्योत ने बताया कि इसके चलते उसे धमकियां भी दी गई थीं. उन्होंने कहा कि उनके भाई को अकेला पाकर उसपर हथियार से वार किया गया. प्रज्योत ने इस केस की जांच NIA से कराने की मांग की है.

Also Read: कानपुर: मुस्लिम बाहुल्य इलाके में रहने वाले मनीष शुक्ला पलायन को मजबूर, घर के बाहर खड़ी कार के शीशे तोड़े, घर पर पथराव और हमला

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं