लखनऊ, 24 दिसंबर 2025: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार शाम कुशीनगर से भाजपा विधायक पीएन पाठक (पंचानंद पाठक) के सरकारी आवास पर ब्राह्मण विधायकों का बड़ा ‘सहभोज’ आयोजन हुआ। इसमें करीब 40-50 विधायक और एमएलसी शामिल हुए। ठाकुर विधायकों की पिछली बैठक के बाद इसे जातीय गोलबंदी का मजबूत संकेत माना जा रहा है। विपक्ष इसे भाजपा में ब्राह्मणों की नाराजगी का प्रमाण बता रहा है।
पीएन पाठक कौन हैं?
पंचानंद पाठक (पीएन पाठक) ब्राह्मण समुदाय से आने वाले भाजपा के सक्रिय नेता हैं। वे पूर्वांचल में पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण चेहरों में शुमार हैं। वर्तमान पद में कुशीनगर विधानसभा क्षेत्र (सीट नंबर 333) से 18वीं उत्तर प्रदेश विधानसभा (2022-2027) के भाजपा विधायक। 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सीटिंग विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी का टिकट काटकर पीएन पाठक को मौका दिया। पाठक ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को 34,790 वोटों के बड़े अंतर से हराया। उन्हें 1,15,268 वोट (करीब 52% शेयर) मिले।
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पीएन पाठक का पार्टी और संगठन में बैकग्राउंड
लंबे समय से भाजपा से जुड़े हैं। गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और भाजपा संगठन में मजबूत पृष्ठभूमि रखते हैं। दिल्ली में भी उनकी सक्रिय मूवमेंट रही है। नए भाजपा कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन (बिहार से) से अच्छे संबंध हैं, क्योंकि दोनों ने युवावस्था में संगठन में एक साथ काम किया है। पीएन पाठक की उम्र करीब 49 वर्ष। कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं। संपत्ति करीब 3 करोड़ रुपये। सीएम योगी आदित्यनाथ के निकट माने जाते हैं।
पीएन पाठक का दरोगा को फटकार लगाते हुए वीडियो हुआ था वायरल
कुछ समय पहले कुशीनगर से बीजेपी विधायक पीएन पाठक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था, जिसमें वे एक सड़क हादसे के मामले को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराज़ नजर आए थे। दरअसल, एक व्यक्ति की मौत के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण विधायक के पास पहुंचे थे और इसे हादसा नहीं बल्कि हत्या बताते हुए पुलिस पर मुकदमा दर्ज न करने के आरोप लगाए थे। शिकायत सुनते ही विधायक ने मौके पर संबंधित दरोगा को बुलाकर कड़ी फटकार लगाई और परिजनों की बात के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई व मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। इस दौरान दिया गया उनका सख्त बयान सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा का विषय बना था। वीडियो में विधायक दरोगा को कड़ी फटकार लगाते हुए कह रहे थे कि :
- “अगर परिजन कह रहे हैं तो मुकदमा लिखो और सही काम करो, नहीं तो बख्शा नहीं जाओगे।”
- “यह तुम्हारी नई नौकरी है, इसे समझ लो। मैं साधारण विधायक नहीं हूं, कहीं भी पोस्टिंग करवा सकता हूं।”













































