UP: 6 सरकारी डॉक्टरों पर बड़ी कार्रवाई, मरीजों से वसूली पर महिला चिकित्सक निलंबित, 2 पर विभागीय कार्रवाई, 3 अन्य पर भी एक्शन

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न जिलों में तैनात छह सरकारी डॉक्टरों (Government Doctors) पर सख्त कार्रवाई की है। मरीजों से अवैध वसूली, प्राइवेट प्रैक्टिस, दुर्व्यवहार और शासकीय आदेशों की अवहेलना जैसे मामलों में ये कार्रवाइयाँ की गई हैं। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) के निर्देश पर प्रमुख सचिव को इन मामलों में सख्त कदम उठाने के आदेश दिए गए हैं।

फर्रुखाबाद में अवैध वसूली पर महिला डॉक्टर निलंबित

डॉ. राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय, फर्रुखाबाद में तैनात महिला चिकित्सक डॉ. विदेह कुमारी पर मरीजों से अवैध वसूली और अस्पताल में अराजकता फैलाने के आरोप पाए गए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए डॉ. विदेह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर बहराइच के मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा को डॉक्टर को आरोप पत्र जारी कर कठोर विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

कुशीनगर में प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोप

कुशीनगर स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में आब्स एंड गायनी विभाग में तैनात सहायक आचार्य डॉ. रूचिका सिंह पर प्राइवेट प्रैक्टिस करने के आरोप लगे हैं। इस मामले में चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

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डॉ. सुरजीत सिंह पर मरीजों से दुर्व्यवहार का आरोप

आजमगढ़ सीएचसी में तैनात डॉ. सुरजीत सिंह पर हरदोई जिला अस्पताल में तैनाती के दौरान मरीजों से दुर्व्यवहार और अन्य गंभीर शिकायतें सामने आई हैं। डॉ. सुरजीत के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है।

बहराइच में फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट पर वेतनवृद्धि रोकी

पीएचसी गंगवल, बहराइच के चिकित्साधिकारी डॉ. विकास वर्मा द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पयागपुर में फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाए जाने का मामला सामने आया। जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद उनकी एक वेतनवृद्धि एक वर्ष के लिए रोक दी गई और परिनिन्दा (Censure) का दंड दिया गया। इस संबंध में 31 मई को सीएमओ डॉ. संजय शर्मा द्वारा थाना पयागपुर में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।

हमीरपुर में सरकारी बैठक में गैरहाजिरी पर स्पष्टीकरण

हमीरपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. गीतम सिंह पर महोबा में आयोजित उत्तर प्रदेश विधान परिषद की वित्तीय एवं प्रशासनिक समिति की बैठक में सूचना के बावजूद अनुपस्थित रहने का आरोप है। इसे शासकीय व पदीय दायित्वों में लापरवाही माना गया है, जिसके चलते उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

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रायबरेली में महिला मरीजों से अभद्रता का आरोप

रायबरेली के खीरों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत डॉ. इफ्तिखार अहमद पर महिला रोगियों से अभद्र व्यवहार करने और उच्च आदेशों की अवहेलना करने का आरोप है। विभाग ने उनसे भी स्पष्टीकरण मांगा है। इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्पष्ट किया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी तरह की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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