उत्तर प्रदेश के ऊंचाहार से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक मनोज पांडेय (Manoj Pandey) की विधानसभा सदस्यता पर अब संकट के बादल मंडरा रहे हैं। शुक्रवार को भाजपा में शामिल होने के बाद सपा दलबदल विरोधी कानून के तहत मनोज कुमार पांडेय की विधायकी खत्म कराने की कार्रवाई करेगी।
सपा चीफ सार्वजनिक कर चुके हैं नाराजगी
बता दें कि मनोज पांडेय को धोखेबाज कहकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहले ही अपनी नाराजगी सार्वजनिक कर चुके हैं। रायबरेली की ऊंचाहार सीट से तीन बार के विधायक मनोज पांडेय को रायबरेली के दौलतपुर में चुनावी जनसभा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने पटका पहनाकर भाजपा में शामिल कराया था।
मनोज पर विधिक कार्रवाई करेंगे अखिलेश
राज्यसभा चुनाव में ही मनोज पांडेय का झुकाव भाजपा की तरफ दिखाई दिया था। सपा विधायक मनोज पांडेय ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी। भाजपा में विधिवत न शामिल होने पर भी वह पर्दे के पीछे से लगातार भाजपा के लिए ही काम कर रहे थे। मनोज के बाकायदा भाजपा में शामिल होते ही सपा ने उनकी नौतिकता पर सवाल उठाया।
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त्यागपत्र देकर भाजपा में जाना चाहिए था
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का कहना है कि मनोज पांडेय को त्यागपत्र देकर ही भारतीय जनता पार्टी में जाना चाहिए था। बिना त्यागपत्र दिए दूसरी पार्टी में जाना नैतिक और कानूनी दोनों रूप से गलत है।
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