महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर के वाणिज्य संकाय में “एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट एवं वैश्विक लॉजिस्टिक्स” पर विशेषज्ञ व्याख्यान का हुआ आयोजन

मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर के प्रबंधन विभाग, वाणिज्य संकाय में आज “एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट परिदृश्य की समझ: वैश्विक अर्थव्यवस्था में लॉजिस्टिक्स की भूमिका” विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में श्री एहतिशाम बेग उपस्थित हुए, जो वैश्विक लॉजिस्टिक्स एवं सप्लाई चेन प्रबंधन में पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं।

श्री बेग ने अपने व्यावसायिक अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होंने मेर्स्क और ब्लू डार्ट जैसे प्रतिष्ठित संगठनों के साथ कार्य करते हुए यूएई–यूरोप, दक्षिण एशिया, और मध्य पूर्व जैसे व्यापार गलियारों में विभिन्न जटिल लॉजिस्टिक्स प्रोजेक्ट्स का सफल संचालन किया है।

सत्र के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को निर्यात-आयात से जुड़ी प्रमुख जानकारियाँ प्रदान कीं, जिनमें शामिल हैं:
वैश्विक व्यापार में लॉजिस्टिक्स की भूमिका एवं संबंधित हितधारकों (फॉरवर्डर्स, कस्टम ब्रोकर्स, ट्रांसपोर्ट कैरियर्स) की भागीदारी
शिपिंग कंटेनर के प्रकार
महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जैसे बिल ऑफ लोडिंग, सी वेबिल, कॉमर्शियल इनवॉइस, सर्टिफिकेट ऑफ ओरिजिन, एवं कस्टम्स डिक्लेरेशन
इन्कोटर्म्स का परिचय और उनका व्यापार लागत और दायित्वों पर प्रभाव
कोविड-19 के बाद व्यापार में आए परिवर्तन जैसे डिजिटलीकरण, नियरशोरिंग, और ग्रीन लॉजिस्टिक्स

Also Read : सीआरसी गोरखपुर में मनाया गया विश्व हीमोफीलिया दिवस

कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि किस प्रकार एआई (AI), ब्लॉकचेन (Blockchain), ई-डॉक्यूमेंट्स (e-Documents) जैसे तकनीकी नवाचार अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स को तेज़, पारदर्शी और सुरक्षित बना रहे हैं। उन्होंने यूएई से यूरोप तक रीयल-टाइम डिजिटल ट्रैकिंग का उदाहरण देते हुए दुबई कस्टम्स और मेर्स्क की तकनीकी पहल का उल्लेख किया।

अंत में, श्री बेग ने विद्यार्थियों को लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन में उभरते करियर विकल्पों से अवगत कराया। उन्होंने इंटरनशिप, प्रासंगिक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, और डिजिटल कौशल विकसित करने पर जोर दिया।

लॉजिस्टिक्स केवल वस्तुओं की आवाजाही नहीं है, यह सीमाओं के पार मूल्य की आवाजाही है।” — श्री एहतिशाम बेग

इस अवसर पर प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. तरुण श्याम, श्री रवि निषाद, और अन्य वरिष्ठ शिक्षकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। डॉ. तरुण श्याम, ने श्री बेग का आभार व्यक्त किया और कहा, “यह व्याख्यान विद्यार्थियों को वैश्विक लॉजिस्टिक्स की वास्तविक समझ देने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को उद्योग के लिए तैयार करने में सहायक हैं।”

Also Read : दिव्यांगजन सशक्तीकरण की दिशा में CRC गोरखपुर का सराहनीय प्रयास , दिव्यांगजनों को वितरित की गई मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल

कार्यक्रम का समापन प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जहाँ विद्यार्थियों ने गहरी रुचि के साथ भाग लिया और वक्ता से व्यावहारिक जानकारी प्राप्त की।

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं