Health Desk: अगर आपको भी पीठ दर्द की समस्या रहती है, तो योग इससे राहत दिलाने का एक बेहतरीन तरीका हो सकता है। लंबे समय तक बैठने, गलत पोस्चर या ज्यादा तनाव लेने से रीढ़ की हड्डी पर असर पड़ता है, जिससे कमर और पीठ में दर्द शुरू हो जाता है। लेकिन कुछ आसान योगासन न केवल रीढ़ को मजबूत और लचीला बनाते हैं, बल्कि दर्द से भी छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। तो चलिए, ऐसे ही कुछ असरदार योगासनों के बारे में जानते हैं, जो आपकी पीठ को मजबूत और दर्दमुक्त बना सकते हैं।
1. सेतुबंधासन (ब्रिज पोज़):
सेतुबंधासन, जिसे ब्रिज पोज़ के रूप में भी जाना जाता है, रीढ़, गर्दन और छाती को प्रभावी रूप से खींचता है। यह आसन पीठ, नितंब और हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों को सशक्त बनाता है, जिससे रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। नियमित अभ्यास तनाव को कम करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
2. वीरभद्रासन (योद्धा मुद्रा 2):
यह आसन कूल्हों, कमर और कंधों को गहराई से खींचता है और छाती तथा फेफड़ों को खोलने में सहायक होता है। वीरभद्रासन शरीर की स्थिरता और संतुलन को सुधारने के साथ-साथ पेट के अंगों को उत्तेजित करता है। यह मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है और शरीर को अधिक लचीला बनाता है।
Also Read – किडनी की खराबी के शुरुआती लक्षणों को न करें नजरअंदाज,समय रहते ऐसे पहचानें
3. मार्जरीआसन (बिल्ली मुद्रा):
मार्जरीआसन रीढ़ की हड्डी को सशक्त और लचीला बनाता है। यह आसन कंधों और कलाइयों को मजबूत करने के साथ-साथ पाचन प्रणाली को उत्तेजित करता है। गर्भावस्था के दौरान यह विशेष रूप से उपयोगी होता है, क्योंकि यह पीठ को अधिक वजन सहन करने में सहायता करता है।
4. भुजंगासन (कोबरा मुद्रा):
भुजंगासन रीढ़, नितंब, छाती, पेट और कंधों को मजबूत करने में सहायक होता है। यह आसन रक्त संचार को बढ़ाने के साथ-साथ तनाव को दूर करता है। सौम्य बैकबेंड की यह मुद्रा पीठ दर्द को कम करने और पूरे शरीर की मांसपेशियों को सशक्त बनाने में मदद करती है।इन योगासनों का नियमित अभ्यास न केवल शारीरिक मजबूती प्रदान करता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन को भी बढ़ावा देता है।