बी. एड. छात्राध्यापक/छात्राध्यापिकाओं को रोवर्स / रेंजर्स का पांच दिवसीय इंट्रोडक्टरी कोर्स का हुआ शुभारंभ

मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। आज दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग में बी. एड. छात्राध्यापक/छात्राध्यापिकाओं को रोवर्स / रेंजर्स का 25 मार्च से 29 मार्च के मध्य चलने वाले पांच दिवसीय इंट्रोडक्टरी कोर्स का शुभारंभ हुआ।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में रोवर्स/रेंजर्स के संयोजक एवं प्राणी विज्ञान विभाग के आचार्य प्रो. विनय कुमार सिंह ने कहा कि पांच दिन तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में आप सभी के जीवन में अमूल चुक परिवर्तन आयेगा। प्रशिक्षण से सीखे हुए गुणों को हमें अपने जीवन में उतारना है, रोवर्स/रेंजर्स विषम परिस्थितियों में कम से कम संसाधन में कार्य करता है। रोवर्स/रेंजर्स का मुख्य उद्देश्य चरित्र निर्माण,देशभक्ति की भावना,नेतृत्व विकास और समाज सेवा है, रोवर्स और रेंजर्स स्काउटिंग और गाइडिंग संगठन की एक महत्वपूर्ण शाखा है, जो युवाओं के सर्वांगीण विकास का अवसर प्रदान करती है। यह वर्ग युवाओं को नेतृत्व, समाज सेवा और आत्मनिर्भरता की शिक्षा देता है।

रोवर्स/रेंजर्स विषम परिस्थितियों में कम से कम संसाधन में कार्य करता है:- प्रो. विनय कुमार सिंह
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दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश सिंह ने कहा कि रोवर्स और रेंजर्स का मुख्य उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति, सामाजिक उत्तरदायित्व, चरित्र निर्माण और नेतृत्व क्षमता विकसित करना है। इन्हें सेवा का मूल मंत्र सिखाया जाता है, ताकि वह समाज में सक्रिय योगदान दे सकें। रोवर्स और रेंजर्स युवाओं को एक जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं, उनमें नेतृत्व क्षमता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक सरोकार की भावना पैदा करते हैं। ये देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की शिक्षाशास्त्र विभाग की आचार्या एवं पांच दिवसीय इंट्रोडक्टरी कोर्स की संयोजक प्रो. सुषमा पांडेय ने कहा कि रोवर्स / रेंजर्स युवाओं के चरित्र निर्माण और सामाजिक दायित्व की भावना विकसित करने का श्रेष्ठ मंच है। यह युवाओं को जीवन के हर क्षेत्र में सक्षम और आत्मनिर्भर बनाता है। सेवा कार्य को जीवन का उद्देश्य बनाकर वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करते हैं।

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कार्यक्रम का आभार ज्ञापन शिक्षाशास्त्र विभाग की आचार्या प्रो. सुनीता दुबे एवं मंच संचालन डॉ. राजेश कुमार सिंह ने किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से शिक्षाशास्त्र विभाग के डॉ. ममता चौधरी, डॉ. मीतू सिंह, डॉ. दुर्गेश पाल, डॉ. अनुपम सिंह, श्री मती ज्योति बाला, डॉ. लक्ष्मी जायसवाल एवं बुद्ध पी. जी. कालेज के डॉ. निगम मौर्य उपस्थित रहे.

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