एमजीयूजी में चलेंगे बीसीए, बीएससी और एमएससी फोरेंसिक साइंस के कोर्स

मुकेश कुमार, ब्यूरो चीफ़ पूर्वांचल। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) की कार्यपरिषद की 14वीं बैठक रविवार को कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसका संचालन कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने किया। कार्यपरिषद ने विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों में दर्जनभर से अधिक समयानुकूल नए पाठ्यक्रमों के संचालन पर मुहर लगाई।

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कार्यपरिषद की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए उप कुलसचिव (प्रशासन) श्रीकांत ने बताया कि कार्यपरिषद ने वर्तमान परिदृश्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्ब वाले कई पाठ्यक्रमों को शुरू करने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से अनुमति दे दी है। नए पाठ्यक्रमों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय के तहत सत्र 2025-26 से बैचलर आफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए), स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान संकाय के अंतर्गत सत्र 2025-26 से एमएससी फोरेंसिक साइंस तथा बीएससी फोरेसिंक साइंस, मानविकी और प्राकृतिक विज्ञान संकाय के तहत सत्र 2026-27 से मास्टर ऑफ आर्टस इन इंग्लिश एण्ड इकोनामिक्स प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसके साथ ही वाणिज्य संकाय के प्रबंधन विभाग के तहत सत्र 2026-27 से एमबीए इन मार्केटिंग, एमबीए इन डिजिटल मार्केटिंग, एमबीए इन फाइनेंस, एमबीए इन ह्यूमन रिसोर्स, एमबीए इन फार्मेसी एडमिनिस्ट्रेशन, एमबीए इन हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, एमबीए इन होटल मैनेजमेंट, एमबीए इन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म, एमबीए इन फार्मा मार्केटिंग और एमबीए इन पेट्रोलियम मार्केटिंग जैसे विशिष्ट पाठ्यक्रमों पर भी कार्यपरिषद ने मुहर लगा दी है।

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उप कुलसचिव ने बताया कि कार्यपरिषद ने संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अंतर्गत संचालित पाठ्यक्रमों को संरेखित करते हुये निर्णय लिया है कि बीएससी, एमएससी एवं पीएचडी इन बायोटेक्नोलॉजी, बीएससी, एमएससी एवं पीएचडी इन बायोकेमेस्ट्री तथा बीएससी, एमएससी एवं पीएचडी इन माइक्रोबायोलॉजी कोर्स स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान संकाय के तहत चलाए जाएंगे। जबकि बीएससी, एमएससी एवं पीएचडी इन मेडिकल बायोकेमेस्ट्री और बीएससी, एमएससी और पीएचडी इन मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी कोर्स श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कालेज हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर के अंतर्गत संचालित किए जाएंगे।

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नवीन सत्र में प्रवेश के लिए परीक्षा तिथियों का हुआ निर्धारण

एमजीयूजी की कार्यपरिषद की बैठक में नवीन सत्र 2025-26 में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा की तिथियों को भी अनुमोदित किया गया। बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग तथा एमएससी नर्सिंग में प्रवेश हेतु प्रवेश परीक्षा 18 मई को होगी। इसी तरह बीएससी एवं एमएससी बायोटेक्नालाजी, बायोकेमेस्ट्री, माइक्रोबायोलाजी, मेडिकल बायोकेमेस्ट्री, मेडिकल माइक्रोबायोलाजी तथा बीएससी एग्रीकल्चर, डी.फार्मा एवं बी.फार्मा (एलोपैथिक) में प्रवेश हेतु प्रवेश परीक्षा 21 मई को आयोजित की जाएगी। एएनएम, एनपीसीसी, डिप्लोमा इन लैब टेक्निशियन, इमरजेंसी एण्ड ट्रामा केयर टेक्निशियन, आप्टोमेट्री, आर्थोपेडिक एण्ड प्लास्टर टेक्निशियन, डयलिसिस टेक्निशियन, एनेस्थिसिया एण्ड क्रिटिकल केयर टेक्निशियन तथा बीबीए लाजिस्टिक और पीएचडी के सभी पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा 25 मई को कराई जाएगी।

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कार्यपरिषद की बैठक में ये रहे मौजूद

मां विंध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय मिर्जापुर की कुलपति प्रो. शोभा गौड़, प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह, अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान वाराणसी के निदेशक डॉ. सुधांशु सिंह, एमपी शिक्षा परिषद के वरिष्ठ सदस्य रामजन्म सिंह, प्रमथनाथ मिश्र, वरिष्ठ सदस्य, वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. सी.एम. सिन्हा, प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव के प्रतिनिधि संयुक्त सचिव प्रेम किशोर पांडेय, प्रिंसिपल, श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्रिंसिपल डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, आयुर्वेद कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गिरिधर वेदांतम, महायोगी गोरखनाथ अस्पताल के चिकित्सा निदेशक राजीव कुमार पाटनी, संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के डीन डॉ. सुनील कुमार, डीन संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान, फार्मास्युटिकल के प्रिंसिपल डॉ. एस.के. सिंह, प्रिंसिपल, डीन एग्रीकल्चर डॉ. विमल कुमार दुबे, विश्वविद्यालय के आयुर्वेद कॉलेज में शरीर रचना विभाग की प्रोफेसर डॉ. मिनी केवी, संहिता सिद्धांत के सहायक आचार्य, डॉ. साध्वी नंदन पांडेय, रामा विश्वविद्यालय, कानपुर में डीन अकादमिक डॉ. हरिओम शरण, डॉ. मधुसूदन पुरोहित, डॉ. प्रशांत सदाशिवमूर्ति, डॉ. रघु राम, वास्तुविद आशीष श्रीवास्तव।

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