मुकेश कुमार, ब्यूरो चीफ़ पूर्वांचल। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अपने सभी संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर सत्र 2025-26 के लिए नई प्रवेश व्यवस्था के संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश प्रेषित किए हैं।
जैसा कि विदित है, उत्तर प्रदेश शासन ने विश्वविद्यालयों तथा उनके संबद्ध महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रवेश प्रक्रिया “समर्थ पोर्टल” के माध्यम से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
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उक्त निर्देशों के अनुपालन में विश्वविद्यालय ने प्रवेश प्रक्रिया निम्नानुसार निर्धारित की है:
1. पंजीकरण अनिवार्य: विश्वविद्यालय या उससे संबद्ध किसी भी महाविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक अभ्यर्थियों को सबसे पहले विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल www.dduguadmission.in पर जाकर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।
2. DDURN प्राप्ति: सफल पंजीकरण के उपरांत अभ्यर्थी को एक विशिष्ट पंजीकरण संख्या DDURN (डीडीयू रजिस्ट्रेशन नम्बर) प्रदान किया जाएगा।
3. महाविद्यालय में आवेदन: जो अभ्यर्थी किसी संबद्ध महाविद्यालय में प्रवेश लेना चाहते हैं, वे संबंधित महाविद्यालय में अपने DDURN का उल्लेख करते हुए वहां प्रचलित प्रक्रिया के अनुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन प्रपत्र भरेंगे।
4. बिना DDURN प्रवेश नहीं: बिना DDURN के कोई भी महाविद्यालय किसी भी अभ्यर्थी का प्रवेश नहीं करेगा। प्रत्येक अभ्यर्थी को केवल एक ही पंजीकरण संख्या प्रदान की जाएगी, जिसके माध्यम से वह एक या एक से अधिक पाठ्यक्रमों में आवेदन कर सकेगा।
5. समर्थ पोर्टल पर विवरण अपलोड: प्रवेश प्रक्रिया के उपरांत महाविद्यालयों को समर्थ पोर्टल पर प्रवेशित अभ्यर्थियों का विवरण उनके DDURN के माध्यम से अपलोड करना अनिवार्य होगा।
कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि
“विश्वविद्यालय ने सभी संबद्ध महाविद्यालयों से अपेक्षा की है कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें ताकि प्रवेश प्रक्रिया सुगम एवं शासन के निर्देशों के अनुरूप सम्पन्न हो सके। समर्थ पोर्टल के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया को केंद्रीकृत करने से छात्रों को भी बेहतर सुविधा और समान अवसर प्राप्त होंगे।”
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