उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के जवान कोरोना महामारी के इस दौर में लोगों की सुरक्षा के लिए फील्ड पर तैनात हैं। चाहे लोगों तक मदद पहुंचाना हो, या उन तक दवा पहुंचानी हो, यूपी पुलिस के जवान हर कदम पर लोगों की सेवा में तत्पर हैं। प्रदेश में इस समय कई अफसर ऐसे भी हैं जो पुलिस की ड्यूटी के बाद लोगों का इलाज करते हैं। इसी में शामिल हैं बिजनौर जिले के डीएसपी गणेश कुमार गुप्ता। जो कभी वर्दी में दिखाई देते हैं और कभी पीपीई किट पहनकर कोविड संक्रमित पुलिस कर्मियों का इलाज कर रहे होते हैं।
पुलिस जवानों का इलाज कर रहे डीएसपी
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में हुए पंचायत चुनावों के बाद बिजनौर जिले में ड्यूटी के बाद घर लौटे 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित मिले थे। जिसके बाद पुलिस कर्मियों के इलाज की जिम्मेदारी डीएसपी गणेश ने उठाई। वो ड्यूटी के बाद हर रोज अस्पताल जाकर पुलिस कर्मियों का हाल जानते हैं। अपने ही सीनियर को डॉक्टर के रूप में देखकर मरीज भी अपना हाल बेझिजक बता देते हैं।
बता दें कि सीओ की देखरेख में चल रहे इलाज के बाद कई पुलिसकर्मियों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव भी आ चुकी है। बिजनौर में तैनात 163 कोरोना संक्रमित पुलिस कर्मी डॉक्टर गणेश से अपना इलाज करा रहे हैं, जिनमें से 20 पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है और वो पूरी तरह से स्वस्थ हो रहे है
डीएसपी के पास है एमबीबीएस की डिग्री
गौरतलब है कि बिजनौर के डीएसपी गणेश कुमार गुप्ता ने अपने पिता के कहने पर साल 2005 किंग्स जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर कई सरकारी अस्पतालों में सरकारी नौकरी की है। लेकिन गणेश बचपन से ही सिविल सर्विस में जाना चाहते थे।
साल 2016 में उन्होंने पहली बार में परीक्षा पास कर पीपीएस बनकर पुलिस सेवा शुरू की। चार महीनों से वह बिजनौर में ट्रेनी सीओ के पद पर तैनात हैं। यहां उनकी मेडिकल काबिलियत को देखते हुए एसपी धरमवीर सिंह ने उन्हें कोरोना से जूझ रहे पुलिसकर्मियों की देखभाल का जिम्मा सौंपा। अब वो काफी खुशी के साथ दोनों जिम्मेदारी बखूभी निभा रहे हैं।
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