गोरखनाथ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा है कि दिव्यांगजन को सहानुभूति नहीं बल्कि प्रोत्साहन एवं सहयोग की आवश्यकता है। प्रदेश सरकार दिव्यांगजन को सशक्त बनाकर समाज व विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। प्रशासन व विभागीय अधिकारी उन्हें जीवनोपयोगी आवश्यक उपकरण, संसाधन तथा प्रमाण पत्रों की उपलब्धता प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित कराएं।
सीएम योगी बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन में आए लोगों से मुलाकात कर रहे थे। मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आयोजित जनता दर्शन के दौरान उन्होंने करीब 300 लोगों की समस्याएं सुनीं और उन्हें भरोसा दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, संतुष्टिपरक और गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराया जाएगा। जनता दर्शन में कुछ दिव्यांगजन ट्राइसाइकिल की आवश्यकता बताने तथा कुछ मानसिक दिव्यांग अपने परिजन के साथ प्रमाणपत्र जारी करने का अनुरोध लेकर आए थे। उनकी समस्या सुनते ही मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि जिन्हें भी ट्राईसाइकिल/मोटरराइज्ड ट्राइसाइकिल की जरूरत है उन्हें त्वरित आधार पर उपलब्ध कराया जाए। साथ ही उन्होंने यह हिदायत जारी की कि मानसिक दिव्यांगजन को प्रमाणपत्र जारी करने में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए।
मुख्यमंत्री के समक्ष जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए। राजस्व व पुलिस से जुड़े मामलों को उन्होंने पूरी पारदर्शिता वह निष्पक्षता के साथ निस्तारित करने का निर्देश देते हुए कहा कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होना चाहिए। यदि कोई किसी की भूमि पर जबरन कब्जा कर रहा हो तो उसे कानून सम्मत सबक सिखाया जाए।
जनता के प्रति संवेदनशील बने अधिकारी
मुख्यमंत्री ने कहा, हर पीड़ित के साथ संवेदनशील व्यवहार अपनाते हुए उसकी मदद की जाए। जनता दर्शन में कुछ लोगों के साथ उनके बच्चे भी आए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें दुलारा, आशीर्वाद दिया और चॉकलेट गिफ्ट करते हुए खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )