बीते सोमवार को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान हुआ. यूपी के झांसी-ललितपुर संसदीय सीट पर मतदान शांतिपूर्ण निपट जाने के बाद मंगलवार की सुबह अचानक हड़कंप मच गया. सिटी मजिस्ट्रेट की कार और दो अन्य गाड़ियों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनें मिलने पर हंगामा हो गया. प्रत्याशी और उनके समर्थकों के पहुंचने पर गाड़ी चालक अपना वाहन छोड़कर भाग निकले. जिससे कि मामला और संदिग्ध नजर आया. बाद में सूचना मिलने पर तमाम प्रत्याशी मौके पर पहुंचे और जिला प्रशासन पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू किया.
Also Read: हरदोई: मजिस्ट्रेट ने उतरवाया पोलिंग एजेंट का भगवा कुर्ता, भाजपाइयों ने थाने का घेराव करके काटा बवाल
हालांकि, कुछ ही देर में जिला निर्वाचन अधिकारी शिवसहाय अवस्थी मौके पर पहुंचे. उन्होंने प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की मौजूदगी में इन ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को खुलवाकर चेक कराया. उन्होंने स्पष्ट किया कि ये मशीनें अनयूज्ड और रिजर्व वाली हैं. जिनके लिए अलग से स्ट्रांग रूम बनाया गया है और ये मशीनें उसी में रखी जाएंगी.
जाने क्या है पूरा मामला
मंगलवार को सुबह-सुबह दो गाड़ियों में भरी ईवीएम और वीवीपैट मशीनें को लेकर हंगामा हो गया. लोगों के पीछा करने पर इन गाड़ियों के चालक भोजला मंडी समिति में बनाए गए स्ट्रांग रूम के सामने दोनों गाड़ियों को छोड़कर भाग गए. इसके बाद सूचना मिलने पर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों से लदी गाड़ियों को प्रत्याशियों के समर्थकों ने घेरकर इसकी सूचना प्रत्याशियों को दी. इस पर प्रत्याशियों के साथ ही बड़ी संख्या में समर्थक भी पहुंच गए. मामला इसलिए और संदिग्ध नजर आने लगा क्योंकि दोनों गाड़ियों में बिना किसी सुरक्षा के ईवीएम और वीवीपैट मशीनें लाई जा रही थीं.
Also Read: ‘सोनिया गांधी भी नहीं जानतीं, राहुल गांधी हर गर्मी की छुट्टियों में कहां जाते हैं’
उधर, संदिग्ध हालत में मशीनें मिलने पर मंडी समिति में स्ट्रांग रूम के सामने राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी भी धरने पर बैठ गए. उन्होंने आरोप लगाया कि वोट कास्ट की गई मशीनों में गाड़ियों में लाई जा रही मशीनों को मिलाने के लिए लाया जा रहा था. इस मामले की शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी से की गई.
Also Read: Video: सतीश महाना के PRO ने CO को धमकाया, बोला- मेरी आंखे न देख, हिटिंग लिस्ट में है तू
इस मामले पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के सामने स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने बताया कि कुछ पोलिंग सेंटर के ज्यादा दूर होने और उनके पीठासीन अधिकारियों को प्रपत्र भरने में देरी लगने के कारण सुबह तक ईवीएम को स्ट्रांग रूम में जमा करने का काम चलता रहा. इसी बीच में यहां पर भोजला मंडी परिसर में अनयूज्ड व रिजर्व वाली मशीनों को उनके लिए अलग से बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखे जाने के लिए लाया जा रहा था.
Also Read: राहुल गांधी को नोटिस भेजकर गृह मंत्रालय ने मांगा भारतीय नागरिक होने का सबूत
इसी को लेकर प्रत्याशियों के समर्थकों में कंफ्यूजन की स्थिति बन गई. उन्होंने बताया कि यूज्ड और अनयूज्ड दोनों ही तरह की मशीनों के लिए अलग-अलग स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं ताकि कोई कंफ्यूजन न हो. बाद में अनयूज्ड मशीनों को खुलवाकर दिखवाने पर मामला शांत हुआ.
Also Read: अकबरपुर से कांग्रेस प्रत्याशी ने वोटिंग की गोपनीयता का किया उल्लंघन, ईवीएम के साथ फोटो वायरल
वहीं, महोबा के नौगांव में बने बूथ से सोमवार शाम एक ईवीएम गायब हो गई. यह जानकारी स्ट्रांग रूम में ईवीएम की मिलान के वक्त हुई. पूरी पोलिंग पार्टी को हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने मतदान केंद्र के बाहर और भीतर ईवीएम की तलाश की. करीब 10 घंटे बाद मंगलवार सुबह ईवीएम गांव में लावारिस हालत में मिलीं.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें, आप हमेंट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )