जिन मां बाप ने अपने खून पसीने की मेहनत से बच्चों की जिंदगी बना दी, पर कलयुग के बच्चे अपनी जिम्मेदारी से दूर भागने लगे हैं। ऐसे में यूपी पुलिस के जवान लोगों की मदद को आगे आए हैं। मामला बदायूं जिले का है, जहां बेटों द्वारा रिश्ता तोड़ने के बाद बूढ़े मां बाप ईंटों के बने घर में रहने को मजबूर थे। उनके घर में बरसात का पानी भी भर जाता था। ऐसे में जब सीओ बिल्सी अनिरुद्ध सिंह को मामले का पता लगा तो वो पुलिस टीम के साथ वहां पहुंच गए। उन्होंने दोनों को इलाज के बाद वृद्धा आश्रम भिजवाया।
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, दोनों बुजुर्ग बरेली जिले के विशारतगंज के रहने वाले हैं जो बदायूं जिले के बिल्सी में लंबे समय से रह रहे थे। वृद्धा का नाम शारदा तथा उनके पति का नाम रामनाथ है। इनके दो पुत्र हैं। एक पुत्र बाबा बनकर उझानी में रह रहे हैं तथा दूसरा पुत्र बिल्सी में रहता है। बुजुर्ग होने की वजह से दोनों में से एक भी पुत्र ने उन्हें अपने घर में जगह नहीं दी। ऐसे में दोनों बुजुर्ग अड़ोस पड़ोस ने मांग कर खाने लगे थे।
बता दें कि बीते 3 दिनों से बिल्सी के मोहल्ला संख्या 6 स्थित भट्टे की लेबर को बनी कोठरी में रह रहे थे। यहां बरसात के समय में वह जमीन पर लेटते थे उनके कई जगह जख्म भी हो गए थे, और कीड़े लग गए थे। सीओ अनिरुद्ध सिंह ने दोनों वृद्धों का इलाज कराया, जिसके बाद नए वस्त्र पहनवाकर बास बरोलिया वृद्धा आश्रम पहुंचा दिया। यहां उनकी अच्छे से देखभाल होगी।
लोगों ने की सराहना
इसके साथ ही कस्बा इंचार्ज कृष्णपाल सिंह ने दोनों वृद्ध लोगों को ₹2000 दिए। बिल्सी थाने में तैनात कॉन्स्टेबल हरेंद्र कुमार, मुफीद सलमानी, सौरभ मलिक, कुमारी नीति, सुनील कुमार ने इन दोनों वृद्धों को अपनी गोद में उठाकर गाड़ी में बिठाया। बदायूं पुलिस के इस काम की चर्चा हर तरफ हो रही है। लोग सीओ अनिरुद्ध सिंह की दिलेरी की बहुत तारीफ कर रहे हैं।
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