दिशा छात्र संगठन ने गोरखपुर विश्वविद्यालय में चलाया सदस्यता अभियान

मुकेश कुमार संवाददातागोरखपुर। दिशा छात्र संगठन द्वारा आज गोरखपुर विश्वविद्यालय में सदस्यता डेस्क लगाया गया। इस दौरान छात्रों को सदस्यता दी गई और उन्हें दिशा के उद्देश्य और लक्ष्य से परिचित कराया गया।

सदस्यता अभियान के दौरान छात्रों से बातचीत की गई, जिसमें बताया गया कि विश्वविद्यालय में चुनावबाज पार्टियों के छात्र संगठन छात्रों के वास्तविक मुद्दों को कभी नहीं उठाएंगे। गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थिति पर चर्चा करते हुए बताया गया कि यहां प्रोफेसरों की बेहद कमी है, और जो प्रोफेसर हैं भी, वे नियमित क्लास लेने की बजाय रिसर्च स्कॉलरों को पढ़ाने के लिए भेज देते हैं। विश्वविद्यालय की बिल्डिंग की हालत खस्ता है, शौचालय बेहद गंदे हैं, और उनकी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है। इसके अलावा, हाल ही में एबीवीपी के कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय को चार से पांच दिनों के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन लंबे समय से विश्वविद्यालय में अनुशासन के नाम पर अन्य संगठनों की गतिविधियों पर रोक लगा दी जाती है। छात्र संगठन के चुनाव लंबे समय से बंद हैं। पुस्तकालय में नई किताबों की कमी है और प्रयोगशाला के लिए जरूरी उपकरण भी लम्बे समय से नहीं आए हैं।

छात्रों को बताया गया कि ‘दिशा छात्र संगठन’ एक स्वतंत्र छात्र संगठन है, जो किसी चुनावबाज पार्टी से जुड़ा नहीं है। यह संगठन भगत सिंह के आदर्शों को मानता है और उनके सपनों को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध है।

‘दिशा छात्र संगठन’ का दूरगामी नारा है– “सबके लिए समान और नि:शुल्क शिक्षा और पक्के रोजगार की गारंटी!” गोरखपुर विश्वविद्यालय की उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिए, कैंपस में जनवादी, सांस्कृतिक और राजनीतिक माहौल बनाने के लिए संघर्ष करना है।

सदस्यता अभियान में आकाश, अंबरीश, विनय, प्रसेन, धर्मराज, प्रीति आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। ,गोरखपुर विश्वविद्यालय में एथलेटिक मीट का दूसरा दिन हुआ और अधिक रोमांचक*