हरियाणा के फरीदाबाद (Faridabad) जिले के बल्लभगढ़ में छात्रा निकिता तोमर (Nikita Tomar) की हत्या (Murder case) की घटना से पूरा देश हिल गया। यहां अग्रवाल कॉलेज के बाहर एकतरफा प्यार में पागल घात लगाए तौसीफ ने परीक्षा देकर निकली निकिता को उस वक्त गोली मार दी, जब वह अपहरण की कोशिश में नाकाम हो गया। इस मामले में यह बात सामने आई है कि आरोपी तौसीफ का कांग्रेस नेताओं से संबंध है, जिसकी वजह से 2018 में उसपर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। वहीं, निकिता के परिजनों ने लव जिहाद का आरोप लगाया हैं। आरोप यह भी है कि तौसीफ की अम्मी खुद निकिता पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाती थीं।
निकिता के पिता ने दावा किया है कि आरोपी तौसीफ ही नहीं बल्कि उसकी अम्मी भी निकिता पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रही थी। यही नहीं, तौसीफ की मां बार-बार फोन कर उनकी बेटी पर इस्लाम कबूल करने का दबाव डालती थी। यह सिलसिला उस वक्त से चल रहा था, जब साल 2018 में तौसीफ ने पहली बार निकिता को किडनैप कर लिया था।
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निकिता के पिता ने बताया कि पहली बार जब बच्ची का अपहरण हुआ था तो उसे छुड़ा लिया गया था। लेकिन उस हादसे के बाद से ही तौसीफ की मां बार-बार निकिता को फोन कर कहती थी कि तुम हमारा मजहब कबूल कर लो। अब तुमसे कौन शादी करेगा। तुम्हारा अपहरण भी हो गया है और अब तुम्हारा क्या होगा। तुम हमारा मजहब कबूल कर मेरे बेटे की हो जाओ।
वहीं, पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी तौसीफ ने निकिता से बदला लेने के लिए उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने कबूल किया है कि 2018 के अपहरण मामले में गिरफ्तारी की वजह से उसकी मेडिकल की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई, इसी वजह से उसने निकिता को मार डाला। तौसीफ ने पुलिस को बताया कि उसे पता चला कि निकिता किसी और शादी करने वाली है, यह भी उसके बदले का एक कारण था।
निकिता के मामा हाकम सिंह के मुताबिक, आरोपी तौसीफ 12वीं कक्षा तक निकिता के साथ ही पढ़ा था। उस वक्त आरोपी ने राहुल राजपूत बनकर निकिता से दोस्ती भी की थी। लेकिन जब निकिता को सच्चाई पता चली तो उसने तौसीफ ने किनारा कर लिया था। इसके बाद से आरोपी निकिता पर फिर से दोस्ती करने का दबाव बनाता रहा और फिर साल 2018 में छात्रा को किडनैप भी कर लिया था। लेकिन इस मामले में समझौता हो गया था।
निकिता के परिजन बदनामी के डर से मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे। उस दौरान पंचायत में आरोपी पक्ष ने माफी मांगते हुए भविष्य में दोबारा ऐसी गलती नहीं करने की बात कही थी। जिसके बाद निकिता के परिजनों ने समझौता कर केस वापस ले लिया था। लेकिन इसके कुछ दिनों बाद फिर से तौसीफ ने निकिता को परेशान कर शुरू कर दिया था।
इस बीच सोमवार को अग्रवाल कॉलेज से परीक्षा देकर निकलते समय तौसीफ ने एक बार फिर निकिता को किडनैप करने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। जिसके बाद आरोपी ने निकिता की गोली मारकर हत्या कर दी और अपने दोस्त रेहान के साथ फरार हो गया। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी तौसीफ और उसके दोस्त रेहान को गिरफ्तार कर लिया है। यही नहीं, तौसीफ को घटना में इस्तेमाल हथियार उपलब्ध कराने वाले अपराधी अजरू को नूंह जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है।
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