फर्रुखाबाद पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप, गुडवर्क दिखाने के पहले बदमाश को भगाया फिर पैर में मारी गोली

वैसे तो अक्सर ही यूपी पुलिस पर इल्जामात की झड़ी लगी रहती है लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है, जो काफी चौंका देने वाला है. इस बार फर्रुखाबाद (Farrukhabad) के एक गांव में रहने वाले ग्रामीणों ने ही जिले की पुलिस पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अपना गुड वर्क दिखाने के लिए पुलिस ने एक मुठभेड़ को अंजाम दिया है.


ये था पूरा मामला

दरअसल, ताजा मामला फर्रुखाबाद(Farrukhabad)के गोसरपुर निवासी रिटायर्ड सैनिक वीरपाल सिंह और सुरेंद्र सिंह दुर्गा कॉलोनी में परिवार के साथ रहते हैं. बुधवार को दोनों के परिवारिक चाचा धनपाल सिंह की मौत हो गई. गुरुवार सुबह वीरपाल सिंह पत्नी शिव प्यारी और सुरेंद्र सिंह पत्नि नवल कुमारी के साथ अलग-अलग बाइक से गांव जा रहे थे.


इसी दौरान बीच रास्ते में दो बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें रोका और हरकमपुर गांव जाने का रास्ता पूछा. तभी बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने शिव प्यारी की कनपटी पर तमंचा लगाकर उनकी चेन तोड़ ली.


शोर की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने एक बदमाश को तो बंधक बना लिया जबकि दूसरा मौका पाकर फरार हो गया. खबर मिलते ही जिले की पुलिस भी मौके पर पहुंच कर पकड़े गए बदमाश मनोज को लेकर पुलिस स्टेशन चली आयी.


घटना के 8 घंटे बाद गोसरपुर मार्ग पर मुड़गांव तिराहे के निकट झाड़ियों में एक बदमाश छिपे होने की जानकारी मिली. एसपी डॉ. अनिल कुमार मिश्र का कहना है कि झाड़ी में छिपे बदमाश ने पुलिस को देख तमंचे से दो फायर किए. इस पर पुलिस ने भी बचाव में जबावी फायरिंग की इससे बदमाश के दाएं पैर में गोली लग गई.


Also Read : मेरठ हिंसा के मुख्य आरोपी बदर अली का वीडियो वायरल, बोला- ‘आगे आने वाला समय हमारी कौम का है…अब हमारा दौर आएगा’


दूसरे आरोपी ने खोली फेक एनकाउंटर की पोल

वही इस मामले में ग्रामीणों और दुसरे आरोपी ज्ञानू का कहना है कि पुलिस ने उसे पहले ही पकड़ लिया था, लेकिन अपना गुड वर्क दिखाने के लिए इस फर्जी मुठभेड़ का खाका तैयार किया है. ज्ञानू का ये भी कहना है कि उसे मोहम्दाबाद थाने ले जाया गया. लेकिन, कुछ घंटों बाद ही खेतों में ले जाकर पुलिस ने पैर में गोली मार दी.


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )