लखनऊ (Lucknow) के PGI थाने में वकील और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर झड़प हो गयी. मामला इस कदर बढ़ गया कि दोनों पक्षों में जमकर गाली गलौज हुई, देखते ही देखते मामला हाथापाई और मारपीट तक पहुंच गया. वकील ने पुलिसकर्मियों के ऊपर केस बदलने का आरोप लगाया है. फ़िलहाल दोनों तरफ से तहरीर दे दी गयी है. खास बात यह है कि इस झगड़े को शांत करने के लिए पूरे पांच थानों की पुलिस पहुंची थी.
ये है मामला
जानकरी के मुताबिक, लखनऊ (Lucknow) तेलीबाग द्वारिका पुरी घर निवासी आर्मी रिटायर्ड अरविंद कुमार का आरोप है शाम को मोटरसाइकिल से बाबूखेड़ा से तेलीबाग आ रहे थे, इस दौरान सफारी सवार पांच लोगों ने उन्हें रोका और उनके साथ मारपीट की और गोली चला दी. इसी मामले के चलते वो केस दर्ज करने के लिए अपने वकील रमाशंकर तिवारी के साथ PGI थाने आये थे.
वकील रमाशंकर का आरोप है कि चौकी इंचार्ज आशुतोष कुमार ने कहा कि गोली चलने का मामला संज्ञान में नहीं आ रहा है, इसलिए गोली की धारा हटा रहे हैं केवल मारपीट के लिए मेडिकल करा लिया जायेगा. इसे लेकर दोनों के बीच कहासुनी होने ली. विवाद इतना बढ़ गया कि गाली-गलौज और मारपीट तक पहुंच गया. वकील का आरोप है कि चौकी इंचार्ज तेलीबाग आशुतोष, चौकी इंचार्ज वृंदावन राजू सिंह व सिपाही राम कुमार व राजकुमार इन सब लोगों ने 40 से 50 पुलिसकर्मियों ने दौड़ाकर मारा. इतना ही नहीं उनका सामान भी छीन लिया गया.
मौके पर पहुंची पांच थानों की पुलिस
वहीँ दूसरी तरफ PGI चौकी इंचार्ज ने अपना पक्ष सामने रखते हुए तहरीर दी है. उन्होंने अधिवक्ता और साथी पर मारपीट और अभद्रता व सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है. उनका कहना है कि अधिवक्ता और उनके साथ आये 20 लोगों ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता की है. जिसमे बीच बचाव करने के लिए एसपी उत्तरी अमित कुमार व सीओ कैंट बीनू सिंह सीओ हजरतगंज, सीओ गोमतीनगर और सीओ कृष्णानगर को आना पड़ा.
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