हरदोई : दुकानदार ने किताब के लिए 85 रुपए ज्यादा लिए तो रोते हुए थाने पहुंची बच्ची, थानेदार से बोली- मेरा अधिकार दिलाइए

सभी स्कूलों का नया सत्र शुरू हो चुका है. ऐसे में बच्चे अपने अपने कोर्स की किताबें खरीदने में जुटे हैं. पर बहुत से बच्चे हैं जो एक एक रूपया जोड़ कर किताबें खरीद रहे हैं. ऐसे में यदि कोई ऐसे बच्चे के साथ छल करने की कोशिश करे तो सोचिए इसका बच्चे पर क्या ही प्रभाव पड़ेगा. मामला हरदोई जिले का है, जहां एक बच्ची अपनी परेशानी लेकर थाना प्रभारी के पास तक पहुंच गई. इस मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. दरअसल, वीडियो में बच्ची दुकानदार के द्वारा किताब के ज्यादा रुपए लिए जाने को लेकर रोती बिलखती नजर आ रही है और साथ ही वह थानेदार से कह रही है कि उसने किताब में पढ़ा है कि उपभोक्ता के अधिकार होते हैं. इतना सुनकर कि थाना प्रभारी भी भावुक हो गए. बच्ची गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी. इसलिए थानेदार ने उसकी टूटी चप्पलों को बदलवा कर नई चप्पल और ड्रेस भी दिलवाई है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर थाना प्रभारी की जमकर सराहना हो रही है.

ये है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला हरदोई जिले के थाना माधौगंज का है, जहां जनसुनवाई के दौरान माधौगंज थाने पर एमएस पब्लिक स्कूल की एक 9 वीं क्लास की छात्रा संध्या पहुंची और थानेदार के सामने फफक कर रोने लगी. थानेदार सुब्रत नारायण तिवारी ने जब उससे रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि दुकानदार ने किताब के दाम अधिक वसूल लिए है. जिले की अंकुर बुक डिपो से उसने भौतिक विज्ञान की किताब खरीदी थी जो दुकानदार ने 850 रुपए की दी, जबकि बाकी दुकानों पर वो किताब 765 रुपए की है. जब उसने दुकानदार से कहा, तो उसने न तो उसके रुपए लौटाए और न ही किताब दी.

इतना ही नहीं दुकानदार ने बच्ची से कहा कि वो जो चाहे कर ले वो उसको किताब नहीं देगा. जिसके बाद संध्या थाने पहुंची और रोते हुए सारी कहानी सुनाने के बाद बोली कि उसने किताब में पढ़ा है कि उपभोक्ता के अधिकार होते है उसको वो अधिकार दिलाए जाएं. संध्या का रोते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

पूरी बात सुनने के बाद थानेदार सुब्रत नारायण तिवारी ने उसे बैठाकर उससे बात की. बत संध्या ने बताया कि, उसके पिता मजदूरी करके बड़ी मेहनत से उसे पढ़ा रहे हैं. उसकी चप्पल टूटी हुई है जिसे उसने 5 रुपए देकर जुड़वाया है. ड्रेस भी फट गई है और ऐसे में पढ़ाई करना बहुत मुश्किल है.

थानाध्यक्ष ने दिलाई नईं चप्पल

थानेदार ने छात्रा की बात सुनकर महिला पुलिसकर्मी को दुकान पर भेज कर छात्रा के रुपए वापस कराए. इस बारे में थानाध्यक्ष सुब्रत नारायण तिवारी ने बताया कि बच्ची की शिकायत के बाद महिला आरक्षी दिव्या द्विवेदी व प्रगति दुबे को दुकानदार के पास भेजा गया.

दोनों महिला आरक्षियों ने दुकानदार से अधिक रुपए लेने की बात पूछी तो दुकानदार ने गलती स्वीकार करते हुए रुपए वापस किए. थानाध्यक्ष ने एक हजार रुपए देकर उसको नई चप्पलें और किताबे दिलाई है. एक थाना प्रभारी के ये रूप देखकर सोशल मीडिया पर उनके काम की काफी सराहना हो रही है.

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