महायोगी गोरखनाथ यूनिवर्सिटी में अतिथि व्याख्यान का आयोजन, आयुर्वेद पर हुई चर्चा

मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। दिनांक -19-04-2025 को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज आयुर्वेद कॉलेज के द्वारा अतिथि व्याख्यान का आयोजन हुआ व्याख्यान के लिए श्री अर्ल बर्त्रम कुचने, पूर्व सीओओ, इकोमोशन- एआई सॉल्यूशन कंपनी, जर्मनी, आयुर्वेद- वैश्विक गुणवत्ता परिप्रेक्ष्य विषय पर बतौर वक्ता अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्होंने एक वर्ष में 50 किलोग्राम वजन घटाया, केवल आयुर्वेद को अपनाकर। इस दौरान उन्होंने हठ योग, अश्वगंधा और शिलाजीत जैसे आयुर्वेदिक हर्ब्स को अपने जीवन में शामिल किया। उन्होंने बताया कि पश्चिमी देश सुविधाजनक और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित उत्पादों को अधिक प्राथमिकता देते हैं। वहां शिलाजीत जैसे हर्ब्स के एक्सट्रैक्ट को एंटी-एजिंग और एथलेटिक परफॉर्मेंस के लिए उपयोग किया जा रहा है। इसके विपरीत, आयुर्वेदिक उत्पादों को वहां अक्सर अंधविश्वास के रूप में देखा जाता है, क्योंकि उनके पीछे वैज्ञानिक शोध और गुणवत्ता मानकों की कमी है। इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने भारतीय गुणवत्ता बैज की परिकल्पना रखी, जो कि सरकार या निजी संगठनों द्वारा संचालित हो सकता है। इसका उद्देश्य होगा कि औषधीय घटकों की गुणवत्ता और प्रभावशीलता की पुष्टि करना, अनुसंधान आधारित उत्पादों को बढ़ावा देना एवं खराब गुणवत्ता और अधिक कीमत वाले उत्पादों को बाजार से बाहर करना।

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वक्ता ने कहा, “यह बैच केवल मार्केटिंग के लिए नहीं होगा, बल्कि गुणवत्ता सुधार की एक स्थायी पहल होगी जो आयुर्वेद को वैश्विक मंच पर मजबूत स्थान दिलाएगी।यह प्रस्ताव आयुर्वेद को परंपरा से निकालकर वैज्ञानिक और आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा सकता हैं। इस व्याख्यान सत्र का धन्यवाद ज्ञापन आयुर्वेद संकाय के प्राचार्य एवं द्रव्यगुण विभाग के
विभागाध्यक्ष डॉ गिरिधर वेदांतम् जी ने किया। व्याख्यान सत्र में सम्बद्ध विश्वविद्यालय के आयुर्वेद विभाग संकाय के सभी आचार्य एवं छात्र छात्रा उपस्थित थे।

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