गोरखपुर (Gorakhpur) के चौरीचौरा थाने में बीती रात पारिवारिक विवाद के चलते एक हेड कांस्टेबल ने अपने बेटे को ही गोली मार दी. गोली की आवाज आने पर घटनास्थल की तरफ दौड़े पुलिसकर्मियों ने घायल को फ़ौरन ही अस्पताल पहुंचाया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. फ़िलहाल अरोपी हेड कांस्टेबल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, और उसके खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर दी है.
थाने के अंदर मारी गोली
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर (Gorakhpur) के चौरीचौरा थाने में पोस्टेड हेड कांस्टेबल अरविंद यादव की दो शादियाँ हुईं हैं. वह अपनी दूसरी पत्नी के साथ वहीं पास में रहता है जबकि पहली पत्नी गाजीपुर में रहती है. हेड कांस्टेबल खुद मूल रूप से गाजीपुर का निवासी है. बुधवार की रात में 11.30 बजे के करीब पहली पत्नी का 18 वर्षीय बेटा विकास चौरीचौरा थाने पहुंचा. उसे देखते ही अरविंद भगाने लगा. बेटे के विरोध करने पर मारपीट शुरू हो गई. मामला बढ़ने पर अपनी निजी लाइसेंसी राइफल से अरविंद ने बेटे को गोली मार दी.
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गोली की आवाज सुनते ही थाने में तैनात पुलिसकर्मी घटनास्थल की तरफ दौड़े तो देखा कि विकास लहुलुहान जमीन पर पड़ा हुआ था. गोली उसके गले को छेदते हुए निकल गयी थी. सिपाहियों ने अरविंद को हिरासत में ले लिया और विकास को अस्पताल भेजा. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. पुलिस अधिकारीयों ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू कर दी.
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बेटा मांग रहा था अपना हक़
विकास की मौत के बाद ये बात सामने आ रही थी कि अरविंद के परिवार में लंबे समय से विवाद चल रहा है, दूसरी शादी करने के साथ ही पहली पत्नी ने नाता तोड़ दिया था. हालांकि जबसे बेटा बड़ा हुआ है वह हक की लड़ाई लड़ने लगा था. फ़िलहाल गोरखपुर (Gorakhpur) एसएसपी के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गयी है.
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