‘हनुमान जयंती पर न हो कोई हिंसा’, गृह मंत्रालय ने राज्यों को जारी की एडवाइजरी, जानें क्या कहा

रामनवमी के मौके पर कई राज्यों में हुई हिंसा के बाद केंद्र सरकार अलर्ट मोड में है. केंद्रीय गृह मंत्रालय (home ministry) ने अब हनुमान जयंती (Ram navami) को लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती को देखते हुए सभी राज्य सरकारों को सतर्क रहने को कहा है. बता दें कि कल 6 अप्रैल को पूरे देश में हनुमान जयंती मनाई जाएगी.

गृह मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट कर कहा, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने और त्योहार के वक्त शांति कायम रखने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की आशंका बनाए रखने को लेकर हर प्रकार के कारक पर नजर रखने को प्रोत्साहित किया गया है.

 

वहीं कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को हनुमान जयंती समारोहों के दौरान शांति बनाए रखने में राज्य पुलिस की मदद के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की अपील करने का बुधवार को निर्देश दिया. अदालत ने कहा कि हाल के दिनों में हुई घटनाओं को देखते हुए आम जनता को यह आश्वासन देने के लिए आदेश दिया जा रहा है कि वे सुरक्षित हैं और किसी तरह की पेरशानी का उन्हें सामना नहीं करना पड़ेगा. पिछले सप्ताह रामनवमी के जुलूस के दौरान तथा बाद में हावड़ा और हुगली जिलों में कुछ स्थानों पर दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी.

इससे पहले रामनवमी के दिल जुलूस के दौरान कई राज्यों में हिंसा हुई थी. पश्चिम बंगाल और बिहार में हिंसा के चलते माहौल तनावग्रस्त हो गया है. इसके चलते गृह मंत्रालय ने दोनों राज्यों से रिपोर्ट मांगी है. इसके अलावा जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी समेत 16 मुस्लिम बुद्धिजीवियों और उलेमाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सांप्रदायिक हिंसा, नफरत एवं ‘इस्लामोफोबिया’ (इस्लाम के प्रति दुराग्रह) और भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार डालने (मॉब लिंचिंग) की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया.

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