कानपुर गोलीकांड: तो क्या मुखबिरी में लिप्त था पूरा चौबेपुर थाना, IG बोले- सभी होंगे बर्खास्त

रविवार तड़के कानपुर के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। वह पुलिस पर हमले के समय विकास के साथ था। दयाशंकर ने गिरफ्तारी के बाद कई बड़े खुलासे किए हैं। जिसकी वजह से पूरा चौबेपुर थाना सवालों के घेरे में आ गया है। मामले में आईजी रेंज कानपुर माेहित अग्रवाल ने कहा है अगर कोई आरोपी पाया जाता है तो उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।


दयाशंकर ने किए ये खुलासे

जानकारी के मुताबिक, देर रात मुठभेड़ में कानपुर पुलिस ने दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया गया। दयाशंकर मुख्य आरोपी विकास दुबे गैंग का सदस्य है। मुख्य आरोपी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के दोस्त दयाशंकर ने खुलासा करते हुए कहा कि पुलिस की दबिश से पहले विकास दुबे के पास किसी थाने से फोन आया था। हांलाकि ये अभी साफ नहीं है कि विकास को ये फोन किसने किया था।


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दयाशंकर ने पुलिस को बताया कि विकास के पास रात लगभग साढ़े आठ बजे यह सूचना आ गई थी कि पुलिस छापा मारने वाली है। इसके बाद विकास दुबे ने दयाशंकर से कहा घर के सारे दरवाजे खिड़कियां बंद कर लो। विकास खुद बदमाशों का इंतजाम करने चला गया। करीब 1 घंटे बाद वह 50 असलहाधारी बदमाशों को लेकर घर लौटा। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से मोर्चा लेते हुए आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। इस दौरान विकास ने किसी से फोन पर ये भी कहा था कि जो भी छापा मारने आए रहा है सब कफन में वापस जाएंगे।


आईजी ने कहा ये

आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने बिकरू पहुंचकर पुलिस टीम से अबतक गांव की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि घटना में चौबेपुर थाना संदेह के दायरे में है और सभी पुलिस कर्मचारियों की भूमिका की जांच कराई जा रही है। जांच में यदि कोई दोषी पाया गया तो उसपर मुकदमा दर्ज करने के साथ नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा।


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