हाल ही में उत्तर प्रदेश के चंदौली (Chandauli) जिले में तैनात एक एएसपी ने अपने ही जूनियर पर गंभीर आरोप लगाए थे. एएसपी का आरोप है कि आरआई ने एएसपी नक्सल से दुर्व्यवहार करते हुए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया. एएसपी ने पत्र के माध्यम से एसपी, पुलिस महानिरीक्षक, एडीजी व आईजी वाराणसी से की शिकायत की थी. आईजी एसके भगत ने करीब ढाई घंटे तक एसपी सहित अन्य पुलिस कर्मियों से पूरे प्रकरण की जानकारी हासिल की. जिसके बाद देर शाम आरआई को सस्पेंड कर दिया गया.
ये है मामला
चंदौली जिले में तैनात एएसपी अनिल कुमार के पत्र की मानें तो 20 जुलाई को चंदौली (Chandauli) पुलिस लाइन पहुँचे एएसपी अनिल कुमार अर्धवार्षिक निरीक्षण करने पुलिस लाइन चंदौली पहुँचे थे. उन्होने अवलोकन हेतु होमगार्ड मंजूर आलम को पुलिस लाइन भेजकर गणना रजिस्टर तथा अधिकारियों कर्मचारियों की नियुक्ति रजिस्टर लाने का आदेश दिया. मंजूर के साथ पहुँचे गणना मेजर मुमताज अहमद गणना रजिस्टर तो ले गये, लेकिन नियुक्ति रजिस्टर नहीं लाया गया.
इस मामले में जब एएसपी (ASP) अनिल कुमार ने पूछा तो मुमताज अहमद ने बताया कि यहां नियुक्ति रजिस्टर बना ही नहीं है. जिसपर अनिल कुमार ने पूछा कि नियुक्ति रजिस्टर नहीं बना है तो यह कैसे पता चलेगा कि कौन सा कर्मचारी कब और कहां से नियुक्त है या हटाया गया. जिसपर मुमताज अहमद ने उन्हें बताया कि प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन चंदौली द्वारा अपने मन से नियुक्ति दी जाती है और हटाया जाता है. इसके बाद मुमताज अहमद को पुलिस लाइन चंदौली वापस भेज दिया गया.
एएसपी अनिल कुमार के मुताबिक ‘कुछ देर बाद प्रतिसार निरीक्षक (RI) रविंद्र प्रताप सिंह मेरे कक्ष में आये और नियुक्ति रजिस्टर ना बनाने को लेकर मुझे जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने लगे. शिकायती पत्र में लिखा है कि आरआई ने उनसे कहा कि तुम कन्नौज के चमार हो, और मै बनारसी ठाकुर हूँ. ठाकुरों की सरकार है. तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर कूड़ा फेंकते हैं. साथ ही कहा गया कि, एसपी, आईजी, डीआईजी, एडीजी मेरी जेब में रहते हैं.’ इसके बाद आरआई यहीं नहीं रूका, उसने कहा ‘आरआई हूँ, सारी खरीददारी करता हूँ. एसपी, एएसपी लाइन, सीओ लाइन हमारे कारिंदे होते हैं. मैं जो चाहूँ वह रजिस्टर दिखाता हूँ, जो नहीं चाहता वह नहीं दिखाता और मदों में नियुक्त अधिकारी कर्मचारियों के बारे में पूछने वाले तुम कौन होते हो.’
आरोपी को किया गया सस्पेंड
एएसपी की शिकायत पर आईजी वाराणसी जोन एसके भगत बुधवार को पुलिस लाइन पहुंचे. उन्होंने एसपी अमित कुमार के अलावा अन्य पुलिस कर्मियों से प्रकरण के बाबत जानकारी हासिल की. इस संबंध में आईजी एसके भगत ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच करायी जा रही है. देर शाम आरआई को सस्पेंड कर दिया गया. जांच पूरी होते ही आख्या शासन को भेजी जाएगी. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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