यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जहां गोवंशों की सुरक्षा एवं देखभाल के लिए बेहतर कदम उठा रहे है. गायों के खाने से लेकर उनके रहने तक का पूरा बंदोबस्त कर रहे है. वहीं इससे तंग आ चुके ग्रामीण गोवंशो को घर से बाहर आवारा छोड़ने के लिए अमादा है. हाल ही में ऐसा ही एक मामला फर्रुखाबाद जिले से आया है. जहां ग्राम प्रधान ने अपने गोवंशों को घर बाहर छोड़ने का फैसला किया है. उसका कहना है कि हमारे पास गायों को खिलाने के लिए चारा नहीं है. ग्राम प्रधान के इस बात से लगता है कि सीएम योगी द्वारा गोवंशों की सुरक्षा के लिया फैसला अब ढीला पड़ता नज़र आ रहा है. जो कि शुरुआत में बहुत ही तेजी था. बता दें सीएम योगी ने गोवंशों को पालने की जिम्मेदारी अलीगढ़ के पुलिस अधिकारियों को दी थी. जिसका भी अब कोई अता-पता नहीं है.
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ग्रामीणों ने की पुलिस में शिकायत
मामला यूपी के फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के गांव कुबेरपुर डूंगरसी का है. जहां रविवार रात में ग्राम प्रधान ने पंचायत घर में बंद गोवंशों को छोड़ दिया. इससे गोवंश ग्रामीणों के खेत में घुस कर पूरी फसल चट कर गए. सोमवार को जब ग्रामीणों को मामले की जानकारी हुई तो इस पर उन्होंने विरोध किया तो ग्राम प्रधान ने कहा कि ‘गोवंशों को योगी के पास ले जाओ मैं नहीं खिला सकता हूं’. इससे नाराज करीब 30 ग्रामीण कोतवाली पहुंचे और इस मामले की शिकायत की.
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20 दिन पहले पकड़े 35 गोवंश
कोतवाली क्षेत्र के गांव कुबेरपुर डूंगरसी में ग्रामीणों ने करीब 20 दिन पहले 35 गोवंश पकड़े थे. इन्हें ग्राम प्रधान रक्षपाल यादव के सहयोग से पंचायत घर में बंद कर दिया गया था. गोवंश की पहचान के लिए उनके गले में छल्ले आदि भी डाले गए थे. मदनपुर चौकी इंचार्ज वीरेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी.
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एक बार मिली सरकारी मदद
इसी मामले में ग्राम प्रधान रक्षपाल यादव ने बताया कि वह 2 माह से जानवरों को सिर्फ भूसा खिला रहे थे. उन्हें एक बार ही सरकारी मदद मिली है. जिसके बाद से उनके पास गोवंशों को खिलाने के लिए कुछ भी नहीं था. इस विषय में जब उन्होंने ग्राम पंचायत सचिव से बात की तो उन्होंने जानवरों को छोड़ देने की बात कह दी. जिसके चलते उसने जानवरों को घर से बाहर छोड़ दिया.
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