विश्व टीकाकरण सप्ताह का उद्घाटन समारोह – एम्स गोरखपुर में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

मुकेश कुमार, ब्यूरो चीफ़ पूर्वांचल। गोरखपुर में विश्व टीकाकरण सप्ताह के उपलक्ष्य में 24th अप्रैल को एक सप्ताह तक चलने वाले जनजागरूकता अभियान का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग तथा सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग (SPM) के मॉडल इम्यूनाइजेशन सेंटर की सहभागिता में संपन्न हुआ और मॉडल इम्यूनाइजेशन सेंटर के ओपीडी परिसर में आयोजित किया गया।

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कार्यक्रम का संचालन नर्सिंग संकाय सदस्य डॉ. संदीप, डॉ. सुकन्या मजूमदार, डॉ. अजय इतकरे, डॉ. शुभांगी, डॉ. सुरभि नेगी, डॉ. नक्षत्र दीप, डॉ. ग़ौस अली एवं द्वितीय वर्ष की नर्सिंग छात्राओं द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में टीकाकरण की आवश्यकता, उसके लाभ और समाज पर सकारात्मक प्रभाव पर विस्तृत चर्चा की गई। उपस्थित लोगों को बताया गया कि टीकाकरण न केवल गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है बल्कि संपूर्ण समुदाय को स्वास्थ्य की दिशा में सशक्त करता है।

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नर्सिंग छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक ने उपस्थित जनसमूह में विशेष प्रभाव छोड़ा। इसके माध्यम से टीकाकरण से जुड़ी भ्रांतियों को दूर कर सही जानकारी साझा की गई।

गर्भवती महिलाओं में टिटनेस टीके की भूमिका और इसके माध्यम से नवजात टिटनेस की रोकथाम पर भी विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई।

इस वर्ष की थीम “सभी के लिए टीकाकरण – मानवता की सीमा तक संभव” पर आधारित चर्चा ने यह संदेश दिया कि टीकाकरण का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचना चाहिए — नवजात से लेकर बुजुर्गों तक।

राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम, एमसीपी कार्ड और यू-विन पोर्टल की जानकारी दी गई जिससे टीकाकरण रिकॉर्ड को डिजिटली सुरक्षित और सुगम बनाया जा सके।

कार्यक्रम में डॉ. अनिल कोपारकर, डॉ. आराधना सिंह, डॉ. प्रीति बाला, डॉ. विभा रानी, डॉ. प्रीति प्रियदर्शिनी, डॉ. प्रियंका सिंह, विभागीय रेजिडेंट्स, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

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इस सफल आयोजन की संस्थान के कार्यकारी निदेशक (ED) मेजर जनरल डॉ विभा दत्ता ने सराहना की और कहा, “इस प्रकार के जन-जागरूकता कार्यक्रम समाज को सशक्त करने के साथ-साथ स्वस्थ भविष्य की नींव रखते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि यह आयोजन पूरे सप्ताह चलने वाली गतिविधियों की शुरुआत है, जिसमें विद्यालयों में स्वास्थ्य शिक्षा, स्वास्थ्य शिविर, तथा जनसमुदाय हेतु जागरूकता सत्रों का आयोजन किया जाएगा।

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