उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाने में तैनात सिपाही का बेटा अब आईपीएस बन गया है। यूपी पुलिस के इस सिपाही की खुशी तब दोगुनी हो गई जब उन्हें पता चला कि उनके बेटे को भी लखनऊ जिले में ही तैनाती मिली है। उन्नाव जिले से ट्रांसफर होकर लखनऊ के एएसपी उत्तरी बनाए गए आईपीएस अनूप सिंह के पिता विभूतिखंड थाने में तैनात हैं।
बेटे की लखनऊ में तैनाती से खुश हुए जनार्दन सिंह
बता दें कि विभूतिखंड थाने में सिपाही के पद पर तैनात सिपाही जनार्दन सिंह गर्व से कहते हैं कि वह ऑन ड्यूटी कप्तान को सैल्यूट करेंगे। जनार्दन सिंह ने बताया कि बेटा बहुत ही सख्त और ईमानदार है। जनार्दन सिंह मूल रूप से बस्ती नगर थाना क्षेत्र के पिपरा गौतम गांव के रहने वाले हैं। वहीं, लखनऊ के एएसपी उत्तरी बनाए गए अनूप सिंह ने कहा कि वह घर पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लेंगे, लेकिन फर्ज निभाने के दौरान प्रोटोकॉल का पालन करेंगे।
Also Read : यूपी: टाइम से ऑफिस नहीं पहुंचते 12 जिलों के पुलिस कप्तान, मामले की हो सकती है जांच
जानकारी के मुताबिक, जनार्दन सिंह के आईपीएस बेटे की प्रारंभिक शिक्षा बाराबंकी में हुई। इसके बाद अनूप सिंह ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और जेएनयू से मास्टर्स करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी की। खास बात ये रही कि पहली बार में ही अनूप सिंह का सिविल सर्विसेज में चयन हो गया और वो आईपीएस अफसर बन गए। अनूप सिंह ने बताया कि उन्होंने फर्ज और संस्कार अपने पिता से सीखे हैं।
Also Read : सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर व्हाट्सअप पर हुआ लीक, एसटीएफ ने 6 लोगों को पकड़ा
स्कॉलरशिप के पैसे घर भेजते थे आईपीएस अनूप सिंह
विभूतिखंड थाने में सिपाही के पद पर तैनात जनार्दन सिंह बताते हैं कि जेएनयू में अच्छे मार्क्स आने की वजह से अनूप सिंह को स्कॉलरशिप मिलती थी। लेकिन उनका बेटा स्कॉलरशिप का पैसा अपने घर भेज देता था। उन्होंने बताया कि परिवार में उनकी पत्नी कंचन सिंह, बेटी मधु और बहु अंशुल है।
उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ विक्रांत खंड स्थित अपने घर पर रहेंगे। वो कहते हैं कि मेरा बेटा अधिकारी है इसलिए वह अपने सरकारी आवास में रहेगा। बता दें कि इससे पहले अनूप सिंह गाजियाबाद, नोएडा में तैनाती के बाद उन्नाव में एएसपी रह चुके हैं।