शाहरुख खान को मानद डॉक्टरेट की डिग्री देना चाहता था ‘जामिया’, मोदी सरकार ने लगाई रोक

बॉलीवुड के रोमांस किंग कहे जाने वाले शाहरुख़ खान के लिए आजकल अच्छी ख़बरें कम और बुरी ख़बरें ज्यादा आ रही हैं ऐसे में शाहरुख़ खान के लिए एक और बुरी खबर यह है कि, मोदी सरकार ने उनकों मिलने वाले मानद डॉक्टरेट पर रोक लगा दी है. गौरतलब है कि शाहरुख़ जामिया मिलिया इस्लामिया के पूर्व छात्र है ऐसे में यह कॉलेज उन्हें मानद डॉक्टरेट देने की दरख्वास्त की थी जिसपर केंद्र सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने रोक लगा दी है.


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसकी वजह यह बताई गई कि शाहरुख को ऐसी ही डिग्री मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) की ओर से दी गई है. हालांकि, इस तरह की कोई रोक नहीं रही है. राइट टु इन्फॉर्मेशन एक्ट के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, जामिया की ओर से यह दरख्वास्त बीते साल फरवरी महीने में की गई, जिसे तीन महीने बाद एचआरडी मिनिस्ट्री ने खारिज कर दिया.


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एजेके मास कम्युनिकेशन के छात्र रहे है शाहरुख़


वहीं इस मामले पर हायर एजुकेशन सेक्रेटरी आर सुब्रमण्यम का कहना है कि, ‘इस बारे में यूजीसी की ओर से कोई नियम नहीं तय किए गए हैं.’ बड़ी हस्तियों को विभिन्न विश्वविद्यालयों की ओर से मानक डॉक्टरेट देने के उदाहरणों के बारे में पूछे जाने पर हायर एजुकेशन सेक्रेटरी ने कहा कि ऐसा तब संभव हुआ होगा जब एक संस्थान को यह नहीं पता हो कि दूसरा क्या कर रहा है. उनके मुताबिक, ‘जहां तक नीतियों का सवाल है, हम इस चलन (एक व्यक्ति को दो मानद डिग्री) को बढ़ावा नहीं देते.’ बता दें कि शाहरुख जामिया के एजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर में 1988-90 में मास्टर्स के छात्र थे. हालांकि, कम अटेंडेंस की वजह से वह फाइनल परीक्षा में नहीं बैठ पाए थे.


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