लखनऊ में दिन दहाड़े हुई हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) की हत्या मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है. हत्यारों ने कमलेश तिवारी की बड़ी बेरहमी से हत्या की गई थी. कमलेश तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) के मुताबिक, उनपर 15 बार चाकुओं से हमला किया गया था और उसके बाद गोली मारी गई थी जो कि शरीर के अंदर ही फंसी रह गई थी. खास बात है कि चाकुओं के सभी 15 वार सिर्फ जबड़े से लेकर छाती के बीच में 10 सेंटीमीटर के भीतर किया गया था.
इससे पहले कमलेश तिवारी की हत्या के दाेनाें आराेपियाें काे मंगलवार शाम लगभग छह बजे गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया. अशफाकुद्दीन जाकिर हुसैन शेख और माेइनुद्दीन खुर्शीद पठान गुजरात-राजस्थान बाॅर्डर पर शामलाजी के पास से पकड़े गए. 18 अक्टूबर काे लखनऊ में हत्या के बाद से दाेनाें फरार थे. पूछताछ में आरोपियों से पता चला कि कमलेश पर गोली अशफाक ने चलाई थी, लेकिन वह गाेली मोइनुद्दीन (फरीद) की अंगुली पर लग गई. तब दोनों ने कमलेश की गला रेत कर हत्या कर दी. गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला के अनुसार पैसे खत्म हाेने के बाद दाेनाें ने परिवार और सहयाेगियाें काे फाेन कर पैसे का इंतजाम करने काे कहा था.
अशफाक रोहित तो माेइनुद्दीन बन गया संजय
एटीएस इनके परिजनाें और सहयाेगियाें की टेक्निकल और फिजिकल दाेनाें तरीके से निगरानी कर रही थी. इससे मिले पुख्ता सबूताें के आधार पर दाेनाें काे गिरफ्तार कर लिया गया. एटीएस के अनुसार शुरुआदी पूछताछ में दाेनाें ने कबूला है कि तिवारी के भड़काऊ बयान का बदला लेने के लिए ही इन्हाेंने हत्या की है. अशफाक ने रोहित तो फरीद ने संजय के नाम से फर्जी आईडी बनाई थी.
अशफाक एमआर और मोइनुद्दीन डिलीवरी ब्वॉय
गुजरात एटीएस के मुताबिक अशफाक (34) सूरत में ग्रीन व्यू अपार्टमेंट और मोइनुद्दीन (27) सूरत के उमरवाड़ा की लोकास्ट कॉलोनी के रहने वाले हैं. अशफाक एक निजी कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव और मोइनुद्दीन फूड डिलीवरी ब्वॉय है. ये लोग सूरत से 17 अक्तूबर की रात लखनऊ पहुंचे थे. 18 अक्तूबर को हत्या के बाद से ही ये फरार चल रहे थे.
तीन साजिशकर्ता पहले से गिरफ्तार
कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी रशीद पठान उर्फ राशिद, मोहसिन शेख और फैजान घटना के दूसरे दिन ही सूरत में पकड़ लिए गए थे. इनमें फैजान ने ही सूरत में एक दुकान से मिठाई खरीदी थी. हत्यारे मिठाई के डिब्बे में ही पिस्टल और चाकू छिपाकर लाए थे.
कर्नाटक से भी एक साथी पकड़ा
कमलेश हत्याकांड में कर्नाटक से भी एक युवक को हिरासत में लिया गया है. इसके साजिशकर्ताओं और दोनों हत्यारों से संबंध बताए जा रहे हैं. इसकी बात अशफाक और सूरत में पकड़े गए साजिशकर्ताओं से वारदात से पहले हुई थी.
बीते शनिवार को ही लखनऊ पुलिस ने कैसरबाग के होटल खालसा से दोनों अपराधियों के कपड़े बरामद की थी. उसी दिन शाम में यूपी पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हुआ चाकू भी बरामद किया था. रविवार को ही गुजरात एटीएस ने खुलासा किया था कि हत्यारोपी अशफाक फेसबुक पर रोहित सोलंकी नाम की एक फर्जी आईडी बना कर कमलेश तिवारी से चैट किया करता था. रोहित सोलंकी की फर्जी आईडी के सहारे ही आशफाक कमलेश तिवारी से जुड़ा था. कमलेश तिवारी की पार्टी में शामिल होने के बहाने वह मिलने आया था.
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