कानपुर में बीते 3 जून को जुमे की नमाज के बाद बेकनगंज थानाक्षेत्र के नई सड़क इलाके में हुई हिंसा (Kanpur Violence) के मामले में क्राउड फंडिंग के आरोपी बिल्डर हाजी वसी के बेटे अब्दुल रहमान को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार (Abdul Rehman arrested) कर लिया है। इसी के साथ ही पुलिस की एसआईटी टीम ने अब्दुल रहमान को जेल भेज दिया है। रहमान के खिलाफ भी हिंसा मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। पूछताछ के दौरान रहमान ने एसआईटी के सामने हिंसा से जुड़े कई खुलासे किये हैं।
बता दें कि दो दिन पहले ही एसआईटी ने रहमान को पूछतछ के लिए हिरासत में लिया था, जिसके बाद अब उसकी गिरफ्तारी भी हो गई है। क्राउड फंडिंग में आरोपी बिल्डर हाजी वसी पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। बिल्डर की तलाश में हुई छापेमारी के दौरान पुलिस ने उसके कई करीबियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। साउथ कमिश्नरेट के थाने में वसी के करीबियों से एसआईटी ने रातभर पूछताछ की। हालांकि, आरोपी बिल्डर वसी अभी भी फरार चल रहा है
जांच में सामने आया है कि रहमान के जरिए ही बिल्डर हाजी वसी ने हिंसा के मुख्य आरोपियों हयात जफर समेत अन्य को फंडिंग की थी। रहमान ही वसी के सारे बैंक अकाउंट, प्रॉपर्टी और कंस्ट्रक्शन का कारोबार देखता है। हाजी वसी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रहमान से पूछताछ के आधार पर कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने रहमान को अरेस्ट कर लिया। एनबीडब्ल्यू के बाद हाजी वसी के घर की कुर्की की तैयारी पुलिस ने शुरू कर दी है। अगर हाजी वसी ने सरेंडर नहीं किया, तो संपत्ति कुर्क कर दी जाएगी।
पुलिस ने हाजी वसी के बेटे की कॉल डिटेल चेक की, तो शहर के कई रासूखदार और प्रतिष्ठित लोगों के नाम सामने आए। ये लोग हाजी वसी और उसके बेटे को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे। इस तरह के लोगों का भी कच्चा चिट्ठा पुलिस कमिश्नर ने खंगालने का आदेश दिया है। अगर किसी को भूमिका सामने आई, तो उसे भी साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
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