भले ही कड़ाके की ठंड पड़ रही हो लेकिन बड़ी ही धूमधाम आज से माघ मेले की शुरूआत हो गई है. गंगा, यमुना और अदृश्य संगम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सर्व सिद्धि योग में पुण्य की डुबकी लगाई. प्रयागराज जिले में एक महीने तक चलने वाले माघ मेले के लिए यूपी सरकार ने सुरक्षा से लेकर रहने तक की तैयारियां की हैं. यहां श्रद्धालु एक महीने रहकर जप, तप, दान और ध्यान करते हैं. ऐसे में पुलिस को भी काफी कड़ा इंतजाम करना पड़ता होता है.
आज से शुरू हुआ माघ मेला
जानकारी के मुताबिक, आज यानी कि, पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालु व्रत रखकर, स्नान, दान और पूजा-पाठ करते हैं. जिससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और नकारात्मकता खत्म होती है. इस दिन जरूरतमंदों को अन्न और कपड़े दान करते हैं. ऐसा माना जाता है कि पौष पूर्णिमा के दिन कच्चे फल और सब्जियों का भी दान करना चाहिए. आज ही से माघ मेले की भी शुरूआत की हो जाती है.
संगम नगरी में 6 जनवरी से 18 फरवरी को महाशिवरात्रि तक 44 दिनों तक चलने वाले माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं, कल्प वासियों और साधु-संतों के स्वागत के लिए सज धज कर तैयार हो चुकी है. माघ मेले में योगी सरकार की ओर से श्रद्धालुओं के स्वागत में जगह-जगह होर्डिंग लगाए गए हैं. इन होर्डिंग में पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीरें लगी हुई है. इसके जरिए माघ मेला 2023 में आने वाले श्रद्धालुओं,साधु-संतों और कल्प वासियों का स्वागत किया जा रहा है.
योगी सरकार 2023 के माघ मेले को 2025 महाकुंभ के रिहर्सल के तौर पर पेश कर रही है. यही वजह है कि माघ मेले में सरकार की ओर से लगाए गए होर्डिंग्स लोगों के बीच चर्चा का सबब बने हुए हैं. इन होर्डिंग्स के जरिए मेले के आयोजन को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता भी दिख रही है. माघ मेले में कुल 14 स्नान घाट बनाए गए हैं. कोविड प्रोटोकाल के साथ ही श्रद्धालुओं को मेले में प्रवेश दिया जा रहा है. सभी की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है.
बनाई गईं पुलिस चौकियां
माघ मेले में जहां अस्थायी टेंट बनाए गए हैं, वो पूरा क्षेत्र लाइट से जगमगाता रहेगा. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भी मेले की तैयारियों का जायजा लिया था. उन्होंने बताया कि कल्पवासियों के निवास के लिए पूरी व्यवस्था की गई है. माघ मेले में सुरक्षा को देखते हुए यूपी सरकार ने ड्रोन से निगरानी की सुविधा की है. इसके साथ ही पुलिसकर्मी पूरे मेला क्षेत्र में एक्टिव और सतर्क रहेंगे. इस पूरे मेला क्षेत्र में 14 पुलिस थाने और 38 पुलिस चौकी बनाई गई हैं.
मेले में आने के लिए वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए 2800 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी. इसके अलावा 200 बसें रिजर्व भी रहेंगी. बता दें कि मौनी अमावस्या एवं बसंत पंचमी के स्नान पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए क्षेत्रवार बसों का आवंटन किया है. इसके लिए 10 शहरों का चयन भी किया गया है.
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