प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पावन स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने से त्रिवेणी संगम पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। देर रात मची इस अफरातफरी में कई महिलाएं दम घुटने से घायल हो गईं। प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया, हालांकि, अब तक हताहतों की आधिकारिक संख्या जारी नहीं की गई है।
अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना
भगदड़ की घटना के बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ के बेहतर प्रबंधन के दावे विफल साबित हुए हैं। उन्होंने मांग की कि “महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए, ताकि संत समाज और श्रद्धालुओं में पुनः विश्वास बहाल हो।” अखिलेश यादव ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ के बड़े-बड़े दावे कर रहे थे, उन्हें इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
सीएम योगी की निगरानी, पीएम मोदी ने लिया अपडेट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीएम योगी से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली है।
मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या 8-10 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। अत्यधिक भीड़ के दबाव के चलते 13 अखाड़ों ने सावधानी बरतते हुए अपना अमृत स्नान टाल दिया है, हालांकि आम श्रद्धालु अभी भी संगम में स्नान कर रहे हैं।
सीएम योगी का बयान
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “प्रयागराज में भारी भीड़ है। आज लगभग 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। कल करीब 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। संगम नोज पर अत्यधिक दबाव के चलते कुछ श्रद्धालु बैरिकेड्स पार करने के प्रयास में घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी सुबह से चार बार कुंभ मेले की स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है लेकिन भीड़ का दबाव अत्यधिक बना हुआ है।”
संतों की सहमति से अखाड़ों ने स्नान टाला
सीएम योगी ने बताया कि संतों से चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि पहले आम श्रद्धालु स्नान करेंगे, उसके बाद अखाड़े स्नान करेंगे। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और संयम बनाए रखें।
भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन के निर्देश
- सुरक्षा व्यवस्था सख्त: पुलिस और प्रशासन लगातार भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे हैं।
- अस्थायी घाटों का उपयोग करें: प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि संगम नोज पर भीड़ बढ़ाने के बजाय 15-20 किलोमीटर के दायरे में बने अस्थायी घाटों पर स्नान करें।
- आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं तैनात: घायलों के इलाज के लिए विशेष चिकित्सा दल तैनात किए गए हैं।
- श्रद्धालुओं से अपील: प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “सरकार हर प्रकार की सेवा के लिए तत्पर है। यह आयोजन श्रद्धालुओं का है, कृपया संयम बनाए रखें और सुरक्षित तरीके से स्नान करें।”
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