जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने प्रयागराज जिले की सड़कों पर जंकर आतंक काटा. इस दौरान गलियों में छिप छिप कर पुलिस की टीमों पर पत्थर बरसाए गए. छतों से पुलिसकर्मियों को पत्थर मारे गए. इस पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हुए है. मामले में देर शाम पुलिस ने कार्रवाई का सिलसिला शुरू किया और आज ही पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. दरअसल, जिले के एसएसपी अजय कुमार ने बताया है कि इस पूरी हिंसा का मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ पंच है. जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इतना ही नहीं जेएनयू में पढ़ने वाली इसकी बेटी को भी पुलिस ने रडार पर लिया है. एसएसपी की माने तो जावेद के फोन से कई तरह की आपत्तिजनक चीजें भी बरामद की गई हैं. जिसके आधार पर कार्रवाई की गई है.
ये है हिंसा के 5 प्रमुख मास्टरमाइंड
प्रयागराज हिंसा के बाद एसएसपी अजय कुमार की माने तो आरोपियों में मुख्य रुप से अटाला बड़ी मस्जिद के पेश इमाम अली अहमद, AIMIM जिलाध्यक्ष शाह आलम, जीशान रहमानी, सीएए प्रोटेस्ट लीडर और जेएनयू की पूर्व छात्रा आइसा कार्यकर्ता सारा अहमद, वामपंथी नेता आशीष मित्तल, कथित सोशल एक्टिविस्ट जावेद अहमद उर्फ पंप, स्थानीय पार्षद मोईनुद्दीन और एक्टिविस्ट अली अहमद शामिल हैं. ये पांचों ही प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी हैं. जिन्होने हिंसा भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी. जावेद अहमद उर्फ पंप को पुलिस (Prayagraj Police) ने गिरफ्तार कर लिया है.
▶️वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गयी बाइट:-@Uppolice @ADGZonPrayagraj @igrangealld @DM_PRAYAGRAJ @CommissionerPrg pic.twitter.com/NVNE9Siiso
— PRAYAGRAJ POLICE (@prayagraj_pol) June 11, 2022
जावेद मोहम्मद उर्फ पंप ने ही युवाओं को भड़काया और पुलिस पर पत्थरबाजी के लिए उकसाया था. जावेद की बेटी आफरीन फातिमा जेएनयू में पढ़ती है और सीएए एनआरसी प्रदर्शन के दौरान भी आफरीन फातिमा ने भाषण दिया था. खबरों की माने तो जावेद पंप की बेटी भी इस तरह से खुरापात करती है और संप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम करती है तो जावेद पंप की बेटी के लिए प्रयागराज पुलिस दिल्ली पुलिस से बात कर रही है. उसके बाद प्रयागराज पुलिस हिंसा के संबंध में उसकी बेटी से भी पूछताछ करेगी.
"आरोपी जावेद पंप की बेटी JNU से देती थी दिशा-निर्देश"
प्रयागराज के SSP अजय कुमार ने बताया- "अब तक 68 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, मोबाइल से कई नंबर डिलीट किए गए हैं, अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त किया जाएगा।"#prayagrajViolence @prayagraj_pol pic.twitter.com/2i9rsXwUJZ— TV9 Uttar Pradesh (@TV9UttarPradesh) June 11, 2022
कई लोगों ने किया बवाल का समर्थन
एडीजी की माने तो पुलिस को एआईएमआईएम, वामपंथी संगठन और सपा से जुड़े लोगों पर शक है. एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि बैठक में कुछ लोगों ने भरोसा दिया था. उन्हीं लोगों ने विश्वासघात किया. जिसके चलते ऐसे लोगों की सूची बनानी शुरू कर दी है, जो किसी न किसी संगठन या पार्टी से जुड़े हैं और बवाल का समर्थन भी कर रहे थे. इसमें एआईएमआईएम और वामपंथी संगठनों के कई पदाधिकारियों के नाम हैं.
आईजी ने दी जानकारी
वहीं दूसरी तरफ आईजी राकेश सिंह भी इसी पर फोकस किए हैं. उन्होंने कहा कि जितने लोग पीस कमेटी की बैठक में आए थे बवाल के दौरान कहीं नजर नहीं आए. यह साजिश का इशारा है. आईजी ने कहा कि कुछ लोगों के नाम सामने भी आ गए हैं. बवाल के बाद अटाला, रसूलपुर, करेली, तुलसीपुर, बक्शी बाजार के कई युवक देर रात तक अपने घर नहीं पहुंचे. ऐसे में उनके घरवाले बेचैन होकर इधर उधर तलाशते नजर आए. कई युवकों के परिजन खुल्दाबाद थाने पहुंच गए.
70 नामजदों के खिलाफ केस दर्ज
एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि करीब 5000 अज्ञात और 70 नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी. वहीं, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ पंप को भी हिरासत में ले लिया गया है. वह पूरी हिंसा की योजना बनाने वाला बताया जा रहा है. उसके मोबाइल में कई अहम सबूत मिले हैं. उसकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है. फिलहाल पुलिस उसकी भूमिका की भी जांच कर रही है.
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