प्रयागराज पुलिस को घेर कर दंगाइयों ने बरसाए थे पत्थर, सामने आए कई Video

कल यानी कि शुक्रवार को यूपी के कई जिलों में नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर काफी बवाल काटा गया. बड़ी बात ये है कि इन बवालों में पुलिसकर्मियों को ही निशाना बनाया गया था. अगर बात करें प्रयागराज की तो यहां दंगाईयों ने छिपकर पुलिसकर्मियों पर जमकर पत्थर बरसाए. चौतरफा पत्थर बरसते देख पुलिसकर्मी जान बचाने के लिए पीछे हटे तो अटाला-नूरुल्लाह रोड स्थित मुख्य सड़क पर आकर सामने से हमला बोल दिया. काफी देर तक दंगाइयों ने पुलिसकर्मियों को घेरकर उनपर जमकर पथराव किया.

छिप कर बरसाए जा रहे थे पत्थर

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में प्रयागराज (Prayagaraj) के अटाला इलाके में नमाज के बाद उपद्रवियों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस से भी झड़प हुई. शुक्रवार दोपहर में 1.30 बजे के करीब सबसे पहले शौकत अली रोड से रोशनबाग की ओर जाने वाली गली से पथराव शुरू हुआ. पुलिसकर्मियों को जरा भी अंदेशा नहीं था कि भीड़ इस तरह ईंट-पत्थर चलाना शुरू कर देगी. यही वजह थी कि अचानक हुए हमले से भीड़ को हटा रहे पुलिसकर्मी घबरा गए और वह पीछे हटने लगे.

पुलिसकर्मी जैसे ही पीछे हटे, यह देखकर पथराव कर रही भीड़ ने हमला तेज कर दिया और शोर मचाते हुए आगे बढ़ने लगी. इस पर आसपास की अन्य गलियों के साथ ही नूरुल्लाह रोड की ओर से भी हजारों की भीड़ ईंट-पत्थर बरसाने लगी और अटाला चौराहे की ओर आगे बढ़ने लगी. उधर मजीदिया कॉलेज के सामने से करेली की ओर जाने वाले रास्ते से भी ईंट-पत्थर बरसाते हुए भीड़ का एक हिस्सा अटाला चौराहे की ओर बढ़ने लगा. जिससे पुलिसकर्मियों में भगदड़ मच गई.

बात यहीं नहीं थमीं. इन उपद्रवियों ने इसके बाद छतों से भी पत्थर बरसाए गए. ऊंचाई से पत्थर बरसने की वजह से पुलिसकर्मियों को भी बैकफुट पर आना पड़ा. इस दौरान पत्थर लगने से कुछ पुलिसकर्मी चोटिल भी हुए. जिसके बाद एंबुलेंस बुलवाकर उन्हें अस्पताल भेजा गया.

कई बार बची जवानों की जान

एक समय ऐसा आया जब पत्थरबाजी कर रही भीड़ को खदेड़ने के दौरान पुलिस की एक टीम शौकत अली मार्ग पर स्थित अकरब हाउस गेस्ट हाउस की ओर से आने वाले रास्ते पर र्बाईं ओर स्थित दूसरी गली में घुसी. तभी ठीक बगल वाली गली से निकली भीड़ ने पुलिस फोर्स पर पीछे से हमला बोल दिया. इससे फोर्स के कुछ जवान दोनों तरफ से भीड़ के बीच फंस गए. शोरगुल मचने पर शौकत अली मार्ग पर व अन्य गलियों में उपद्रवियों को खदेड़ रही फोर्स दौड़ी तो भीड़ के बीच फंसे जवानों को बचाया जा सका.

गलियों में ऊंचे घरों से हो रही पत्थरबाजी से पुलिस को कई बार बैकफुट पर आना पड़ा. उपद्रवी छिपकर पुलिस पर पथराव कर रहे थे तो पुलिसकर्मी भी उनकी तरफ पत्थर फेंककर उनके हमले का जवाब देते रहे. हालात संभालने में जब पुलिस सफल नहीं हो पाई तो अफसरों के निर्देश पर आरएएफ के जवानों ने मोर्चा संभाला. बॉडी प्रोटेक्टर व हेलमेट के साथ ही अत्याधुनिक असलहों से लैस आरएएफ के जवान आगे बढ़े तो हमलावर कुछ पीछे हटे. काफी घंटों की मशक्कत के बाद ही हालात पर काबू पाया जा सका.

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बच्चों ने किया सबसे ज्यादा पथराव

हालात पर काबू पाने के बाद प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने कहा कि हालात अब शांतिपूर्ण हैं, कोई अप्रिय घटना न हो यह सुनिश्चित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स सहित पूरी पुलिस बल तैनात है. इस बीच, कई अन्य जिलों से सुरक्षा बल बुलाए जा रहे हैं.उन्होंने कहा कि नई उम्र के लड़कों ने पत्थरबाजी शुरू की थी. हमने बहुत धैर्य रखा और हालात काबू में किए. अभी तक प्रयागराज हिंसा मामले में 70 लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं.

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इस उपद्रव के दौरान सबसे हैरान करने वाला ये था कि 12-14 साल के बच्चे पुलिस पर पत्थरबाजी कर रहे थे. बताया जा रहा है कि नमाजियों ने नाबालिगों को आगे करके पुलिस पर हमला किया ताकि सुरक्षा बल कोई सख्त एक्शन न ले पाएं, उपद्रवियों ने इसी रणनीति के तहत आईजी, एसएसपी, डीएम समेत आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को जख्मी कर दिया.

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