Nishank Rathore Death Case: मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जताई आत्महत्या की आशंका, अब SIT सुलझाएगी निशांत के मौत की गुत्थी

सिवनी मालवा निवासी बीटेक के छात्र निशांक राठौर (Nishank Rathore) की संदेहास्पद मौत की जांच के लिए रायसेन पुलिस को स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि निशांक के मोबाइल से हुए मैसेज सहित मौत के हर पहलू की जांच एसआइटी करेगी. वहीं इस मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का ही है, पिता को मैसेज भी मृत्यु से पहले किया गया है.

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा पुलिस ने घटना का मिनट-टू–मिनट चार्ट तैयार किया है. सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, बाइक रेलवे मेन ट्रैक पर खड़ी है. ऊपरी धड़ पर कोई चोट नहीं है. सिर्फ पैर में चोट है. पीएम रिपोर्ट में रेल से कटने की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा निशांक 16 बजकर 08 मिनट पर टीटी नगर से निकलता हुआ देखा गया. 17 बजकर 09  मिनट पर पेट्रोल पंप पर अकेला देखा गया. 17 बजकर 26 मिनट पर आर्टिकल हिट किया गया है. 17 बजकर 48 मिनट पर इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर हुई है.17 बजकर 50 मिनट पर फेसबुक पर फोटो शेयर हुई है. 18 बजकर 13 मिनट पर वहां से गुजरने वाली ट्रेन से ट्रेक पर बॉडी पड़े होने की सूचना दी. 18 बजकर 02 मिनट पर ट्रेन से कटकर मौत हुई है.

नरोत्तम मिश्रा ने कहा इसके बावजूद निशांक का बिसरा सुरक्षित रखा गया है. उसके मोबाइल के डाटा की भी जांच की जा रही है. एसआईटी हर बिंदु पर जांच कर रही है.

हालांकि निशांक के फोन से पिता के फोन पर आए WhatsApp मैसेज – ‘सर तन से जुदा’ ने घटना को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं. उस पोस्ट के आधार पर निशांत राठौर के पिता इसे हत्या करार दे रहे हैं. उन्होंने कहा उनका बेटा सुसाइड नहीं कर सकता. इस मामले को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने भी सीएम शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की. उन्हें घटना के हर एक तथ्य से अवगत कराया. यही कारण है कि अब इस पूरे मामले की हर पहलू की जांच एसआईटी कर रही है.

‘मेरा बेटा आत्महत्या कर ही नहीं सकता’

वहीं, मृतक के पिता का कहना है कि उनका बेटा बहुत मस्त मौला था. वह आत्महत्या जैसा कदम कभी उठा ही नहीं सकता. पीड़ित परिवार ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से मामले की जांच की मांग की है. वॉट्सएप पर मिले मैसेज का मतलब मृतक के पिता को भी समझ नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि बेटे निशंक राठौर का हिंदुत्ववादी विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं था.

ये था पूरा मामला 

रविवार शाम रायसेन के बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर सिवनी मालवा में रहने वाले छात्र निशांक राठौर का शव मिला था. शव मिलने की सूचना के बाद नर्मदापुरम, रायसेन और भोपाल के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे. वायरल पोस्ट की पुलिस पड़ताल कर रही है. निशांक भोपाल में रहकर बीटेक की पढ़ाई कर रहा था. उसके पिता हरदा में सहकारी विभाग में पदस्थ हैं. निशांक राठौर रविवार दोपहर के बाद से भोपाल से लापता हो गया था. उसकी फेसबुक पोस्ट और इंस्टाग्राम स्टोरी के कारण मामला गंभीर हो गया था. पोस्ट में निशांक की फोटो पर लिखा हुआ था, “गुस्ताख ए नबी की यही सजा सर तन से जुदा.” हालांकि निशांक की किस पोस्ट पर विवाद हुआ है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. इससे संबंधित कोई भी पोस्ट उसके फेसबुक या इंस्टाग्राम पर नहीं थी.

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