पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सत्तारूढ़ पार्टी ने सबको हैरत में तब डाल दिया जब प्रधानमंत्री इमरान खान के एक बयान को विशुद्ध हिंदी में ट्वीट किया. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) ने खान को उद्धृत करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मैं नोबेल शांति पुरस्कार के योग्य नहीं हूं. इसका योग्य व्यक्ति वह होगा जो कश्मीरी लोगों की इच्छा के अनुसार कश्मीर विवाद का समाधान करता है और उपमहाद्वीप में शांति एवं मानव विकास का मार्ग प्रशस्त करता है.’ पीटीआई के इस इस ट्वीट के बाद ट्विटर यूजर्स ने इमरान खान को ट्रोल करते हुए कहा, ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’.
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कहा जा सकता है कि अपना संदेश भारत पर प्रभावपूर्ण बनाने के लिए इमरान खान ने इस संदेश को हिंदी में ट्वीट किया है. इसके अलावा इमरान खान ने अपने खुद के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी एक ट्वीट कर इस बात को कहा था. गौरतलब है कि दो मार्च को पाकिस्तान की नेशनल एसेम्बली के सचिवालय को एक प्रस्ताव सौंपा गया. जिसमें कहा गया था कि भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को रिहा करने के खान के फैसले से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हुआ है. प्रस्ताव के अनुसार इमरान खान ने वर्तमान तनाव में जिम्मेदारीपूर्वक कार्य किया और वह नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं.
यूजर्स ने ली चुटकी
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बता दें कि कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे. उसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. तत्पश्चात भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया. अगले दिन पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की थी.
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